
ट्रंप और अहमद अल शरा (फोटो-X अकाउंट @rabiaselatmaca)
Trump and Ahmed al-Sharaa Meeting: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 10 नवंबर को व्हाइट हाउस (White House) में सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल शरा का स्वागत किया। बीते 70 साल में पहली बार हुआ है कि फ्रांसीसी उपनिवेशवाद से आजादी से मिलने के बाद कोई सीरियाई राष्ट्रपति व्हाइट हाउस पहुंचा हो, लेकिन इस कूटनीतिक मीटिंग में अजीबोगरीब वाकया सामने आया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरियाई राष्ट्रपति अल शरा को परफ्यूम गिफ्ट किया। साथ ही, मजाकिया लहजे में पूछा कि आपकी कितनी बीवियां हैं?
राष्ट्रपति ट्रंप ने अल शरा को अपनी विक्ट्री परफ्यूम दिखाते हुए बताया कि यह सबसे बेहतरीन खुशबू है। उन्होंने अपने परफ्यूम को पहले खुद पर और फिर शरा पर छिड़का। इसके बाद उन्होंने मुस्कुराते हुए सीरियाई राष्ट्रपति से पूछा कि 'आपकी कितनी बीवियां हैं… एक? यह सावल सुनकर अल शरा हकबका गए। उन्होंने जवाब दिया 'एक'। शरा की इस बात पर ट्रंप और व्हाइट हाउस में मौजूद अन्य अधिकारी हंस पड़े। ट्रंप फिर चुटकी लेते हुए कहते हैं, 'आप लोगों के साथ तो कभी पता नहीं चलता है।'
इस दौरे के दौरान सीरियाई राष्ट्रपति अल-शरा ने ट्रंप को प्राचीन सीरियाई कलाकृतियों की प्रतिकृतियां भेंट कीं। जिनमें– इतिहास की पहली वर्णमाला, पहली मुहर, पहला म्यूजिक नोट और पहला कस्टम टैरिफ शामिल था। मीटिंग में दोनों ने अमेरिका और सीरिया के बीच संबंध मजबूत करने और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। इसके साथ ही, अल-शरा ने अमेरिका-नीत उस गठबंधन में शामिल होने का वादा किया, जो ISIS के खिलाफ लड़ाई में मददगार होगा।
अमेरिकी मीडिया को दिए इंटरव्यू में अहमद अल-शरा ने अपने अतीत पर बात करते हुए कहा कि अल-कायदा से मेरा जुड़ाव पुरानी बात है, राष्ट्रपति ट्रंप के साथ सोमवार की मीटिंग में इसकी चर्चा नहीं हुई। ट्रंप ने कहा कि मेरा अल-शरा से अच्छा तालमेल है और मुझे विश्वास है कि वह अपना काम अच्छे से करेंगे।
अहमद अल शरा का जन्म सउदी अरब के रियाद में एक सीरियाई सुन्नी परिवार में हुआ था। उनका परिवार साल 1989 में सीरिया के गोलान हाइट्स (इस पर अब इजरायल का कब्जा है) के पास लौटा। 2003 के अमेरिकी इराक आक्रमण के बाद अल-शरा ने अल-कायदा में शामिल होकर यूएस सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ी। हालांकि वह साल 2006 में गिरफ्तार हो गए और 2011 तक जेल में कैद रहे।
कैद से निकलने के बाद वह सीरिया में असद रिजीम के खिलाफ विद्रोही गुट में शामिल हो गए। फिर 2012 में अल-नुसरा फ्रंट की स्थापना की और 2016 में अल-कायदा से अलग होकर हयात तहरीर अल-शाम (HTS) बनाया। दिसंबर 2024 में असद रिजीम के गिरने के बाद सीरिया के सुप्रीम नेता बने और फिर राष्ट्रपति बने। इस दौरान अमेरिका ने उनके सिर पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया हुआ था। जुलाई 2025 में अमेरिका ने एचटीएस को आतंकी सूची से हटा लिया, जिससे प्रतिबंधों में ढील मिली।
Published on:
13 Nov 2025 09:02 am
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
