
India-Peru FTA
India-Peru FTA: भारत-पेरू मुक्त व्यापार समझौते ( India-Peru FTA) पर पेरू के विदेश मंत्री एल्मर शियालर (Elmer Schialer) ने कहा, "हमें बेहतर रसद (logistics) की आवश्यकता है… दो विशाल बंदरगाहों को शामिल करते हुए नौसेना और हवाई हब का निर्माण आवश्यक है… हमें उम्मीद है कि भारत जल्द ही हमारे हवाई अड्डों के माध्यम से पेरू की धरती से जुड़ेगा…। उन्होंने ग्लोबल साउथ (global south) पर कहा, "इसका सार वास्तविकताओं और ठोस उपायों पर आधारित होना चाहिए… इसके बाद व्यापार, निवेश, संस्कृति जैसी व्यापक चीजों का निर्माण किया जा सकता है…।" उनका यह बयान ग्लोबल साउथ के देशों के बीच सहयोग और आपसी समर्थन की आवश्यकता बताता है। पेरू जैसे देशों के लिए, भारत से बेहतर व्यापारिक संबंध स्थापित करना एक बड़ा अवसर हो सकता है, जो उन्हें अपनी अर्थव्यवस्था को और भी मजबूती से आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
पेरू के विदेश मंत्री ने स्पष्ट रूप से यह भी कहा कि पेरू के पास दो विशाल बंदरगाह हैं, जो भारत के साथ व्यापारिक मार्गों को सुगम बना सकते हैं। इसके अलावा, पेरू में हवाई और नौसैनिक हब के निर्माण से दोनों देशों के बीच व्यापार को और भी सुदृढ़ किया जा सकता है। ध्यान रहे कि पेरू, लैटिन अमेरिका और कैरेबियन क्षेत्र में भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। यह समझौता विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देगा और दोनों देशों के लिए पारस्परिक लाभ और उन्नति के मार्ग खोलेगा।
भारत और पेरू मुक्त व्यापार समझौते के लिए 2017 में बातचीत शुरू हुई थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण रुक गई थी। इस संबंध में अक्टूबर 2023 में वर्चुअल माध्यम से एक विशेष दौर की बातचीत हुई थी, और उसके बाद की बैठक अप्रेल 2024 में होने की उम्मीद थी। जानकारी के अनुसार भारत और पेरू के बीच व्यापार लगातार बढ़ रहा है, और वित्त वर्ष 2022-23 में द्विपक्षीय व्यापार 3.12 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया था। भारत से पेरू को निर्यात किए जाने वाले प्रमुख उत्पादों में मोटर वाहन, सूती धागा और फार्मास्युटिकल्स शामिल हैं। पेरू से भारत को आयात किए जाने वाले प्रमुख उत्पादों में सोना, तांबा अयस्क और सांद्र सम्मिलित हैं। इसके अलावा पेरू से भारत के आयात का 80% सोना है, और सोने पर शुल्क रियायत मुक्त व्यापार समझौते के तहत भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है
भारत, जो दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, पेरू के उत्पादों के लिए एक संभावित बड़ा बाजार हो सकता है। खासकर पेरू के खनिज, कृषि उत्पाद और समुद्री उत्पाद भारतीय बाजार में बेहतर स्थान बना सकते हैं। इसके अलावा,पेरू के लिए भी भारतीय उत्पादों को अपनी अर्थव्यवस्था में शामिल करना एक लाभकारी अवसर हो सकता है।
बहरहाल भारत और पेरू के बीच मुक्त व्यापार समझौता दोनों देशों के लिए आर्थिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इसके तहत व्यापार और निवेश की बढ़ती संभावनाओं के साथ-साथ दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों को भी प्रगति मिल सकती है। अगर पेरू की ओर से प्रस्तावित अवसंरचना विकास योजनाएं सफल होती हैं, तो यह समझौता दोनों देशों के लिए दीर्घकालिक लाभ वाला साबित हो सकता है।
Updated on:
17 Mar 2025 05:44 pm
Published on:
17 Mar 2025 05:43 pm
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