
Ukraine power crisis
24 फरवरी 2022 को रूस (Russia) ने यूक्रेनUkraine) के खिलाफ जंग की शुरुआत कर दी थी, जो अभी भी जारी है। इस युद्ध को 9 महीने पूरे हो चुके हैं, पर अभी भी यह रुकने का नाम नहीं ले रहा। इस वजह से तबाही का भयानक मंजर देख चुके यूक्रेन में बड़ी तादाद में जान और माल का नुकसान हुआ है। पर लगातार मिल रहे अंतर्राष्ट्रीय सपोर्ट की वजह से यूक्रेन डटकर रूस का सामना कर रहा है और अब तक लगभग 55% हिस्से को रुसी कब्ज़े से बाहर निकाल चुका है। ऐसे में यूक्रेन पर दबाव बनाने के लिए अब रूस यूक्रेन के पावर ग्रिड पर हमला कर रहा है।
60 लाख से ज़्यादा घरों में बिजली की समस्या
रूस के लगातार यूक्रेन के पावर ग्रिड पर हमला करने से 60 लाख से ज़्यादा घरों में बिजली की समस्या पैदा हो गई है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने दी है।
आने वाली सर्दी हो सकती है जानलेवा
कुछ दिन पहले ही डब्ल्यूएचओ में यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक हांस क्लूज (Hans Kluge) ने चेतावनी देते हुए आने वाली सर्दी को लाखों यूक्रेन वासियों के लिए जानलेवा होने की आशंका जताई थी। कीव और लीव इस समस्या से सबसे ज़्यादा प्रभावित शहर हैं। कीव के अस्पतालों में तो इलाज के दौरान भी बिजली की समस्या खड़ी हो चुकी है। लाखों घरों में अंधेरा छा रहा है और सर्दियों में यह समस्या लोगों को और परेशान कर सकती है।
सरकार कर रही है उपाय
यूक्रेन की सरकार इस समस्या से निपटने के लिए 'इंविंसिबिलिटी सेंटर्स' नाम से शेल्टर्स स्थापित कर रही है। इन शेल्टर्स में पानी, बिजली, टेलीफोन सर्विस, हीटिंग, इंटरनेट और दवाइयों की सुविधाएँ मिलेंगी।
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Published on:
26 Nov 2022 11:41 am
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