
Jobs in New zealand
New Zealand immigration reforms: विदेश जाने के इच्छुक भारतीय बेरोजगारों के लिए एक खुशखबरी है। न्यूजीलैंड ने नौकरी चाहने वालों भारतीय और प्रवासी भारतीयों को राहत दी है, जिसके लिए 2025 में कई सुधार लागू होने वाले हैं। इन परिवर्तनों से नियोक्ताओं के लिए भर्ती प्रक्रिया सरल हो गई है और संभावित वर्कर्स के लिए आवश्यकताओं में ढील दी गई है। जबकि कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूके जैसे देशों की ओर से वीज़ा प्रक्रिया सख्त कर दी गई है। ध्यान रहे कि न्यूजीलैंड एक्टिव इन्वेस्टर प्लस वीज़ा के लिए अमीर व्यक्तियों को लुभाने में सफल रहा है और हर साल औसतन NZ$1 बिलियन ($570 मिलियन) की कमाई हुई है, लेकिन 2022 के अंत में नियम में बदलाव के बाद यह कम हो गया है।
न्यूजीलैंड में विकास, या उच्च जोखिम, जिसके लिए तीन वर्षों में सीधे व्यवसायों या प्रबंधित फंडों में न्यूनतम NZ$5 मिलियन निवेश की आवश्यकता होती है, लेकिन वीजा धारकों को देश में सिर्फ 21 दिन बिताने होंगे। वहीं संतुलित, या मिश्रित जोखिम, जिसके लिए बांड, स्टॉक, आवासीय या मौजूदा वाणिज्यिक और औद्योगिक संपत्ति सहित नई संपत्ति के विकास में पांच वर्षों में न्यूनतम NZ$10 मिलियन निवेश की आवश्यकता होती है, ऐसे धारकों को कम से कम 105 दिन बिताने होंगे।
डीयूडिजिटल ग्लोबल के सीईओ मनोज धर्माणी का कहना है कि पहले नियोक्ताओं को विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए कम से कम औसत वेतन देना पड़ता था। अब ऐसा नहीं है।
न्यूजीलैंड कार्य अनुभव की आवश्यकता को तीन वर्ष से घटा कर दो वर्ष करने जा रहा है। इससे कई भारतीय स्किल वर्कर्स के लिए रास्ते खुलेंगे, जिनके पास कम अनुभव है, लेकिन वे न्यूजीलैंड में नौकरी के लिए योग्य हैं।
कौशल स्तर 4 या 5 के रूप में वर्गीकृत भूमिकाओं में कार्यरत मजदूरों को अब दो बरसों के बजाय तीन बरसों के लिए वैध वीज़ा मिलेगा, जिससे प्रवासियों को समायोजित होने और बसने के लिए अधिक समय मिलेगा।
दो नए वीज़ा विकल्प पेश किये जाएंगे:
अ. अनुभवी मौसमी श्रमिकों के लिए तीन वर्षीय बहु-प्रवेश वीज़ा।
ब. निम्न-कुशल मौसमी श्रमिकों के लिए सात महीने का एकल-प्रवेश वीज़ा।
न्यूजीलैंड में अप्रेल 2025 से किसी अन्य वीज़ा से मान्यता प्राप्त नियोक्ता कार्य वीज़ा (AEWV) में स्थानांतरित होने वाले मजदूरों को उनके आवेदन का निस्तारण होने तक काम करने की अनुमति दी जाएगी, जिससे उन्हें आसानी से रोजगार मिल सकेगा।
कौशल स्तर 4 या 5 के लिए नियुक्त करने वाले नियोक्ताओं को अब विदेश से किसी को भर्ती करने के लिए नौकरी का विज्ञापन देने के बाद 21 दिनों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। विज्ञापन और साक्षात्कार अभी भी ज़रूरी हैं, लेकिन अब इन्हें और तेज़ी से संचालित किया जा सकता है।
अपने बच्चों को साथ लाने के इच्छुक प्रवासियों को हर साल कम से कम NZ$55,844 कमाने होंगे, ताकि वे न्यूजीलैंड में अपने परिवारों का भरण-पोषण कर सकें।
ग्रैडिंग डॉट कॉम की संस्थापक ममता शेखावत ने कहा, "2023 की जनगणना के अनुसार, न्यूजीलैंड में 2 लाख 90 हजार से अधिक भारतीय रहते हैं और काम करते हैं। हालांकि, लेबर्स की कमी ने नौकरी चाहने वालों और प्रवासियों के लिए मुश्किलें पैदा कर दी हैं। उनका कहना है कि इन वीजा परिवर्तनों का उद्देश्य उन चुनौतियों को कम करना है। इन सुधारों के साथ, न्यूजीलैंड निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने के इच्छुक लोगों के लिए शीर्ष विकल्प बन जाएगा।"
उधर न्यूजीलैंड के सार्वजनिक डेटा प्लेटफॉर्म Figure.NZ के अनुसार,न्यूजीलैंड में 2025 के अंत तक भारतीयों की आबादी लगभग 3,28,800 तक पहुंचने की उम्मीद है, जो कई विकास परिदृश्यों के आधार पर 307,800 और 349,900 के बीच होने का अनुमान है। धर्माणी का मानना है कि इन बदलावों से कुशल भारतीय कामगारों को बहुत मदद मिलेगी। "कार्य अनुभव और वेतन के बारे में कम आवश्यकताओं के साथ, कुशल भारतीय कामगारों के लिए अब न्यूजीलैंड में नौकरी पाना आसान हो जाएगा। लंबे वीज़ा का मतलब है अधिक स्थिरता, जिससे प्रवासियों को अपना कैरियर बनाने का समय मिल सकेगा।
कनाडा ने अक्टूबर 2024 में अपने आव्रजन लक्ष्यों में कटौती की घोषणा की, जिसके तहत 2025 के लिए नए स्थायी निवासियों के लिए नियोजित प्रवेश को 500,000 से घटा कर 395,000 कर दिया गया है। वहीं आगे और कटौती की योजना बनाई गई है, जिसका लक्ष्य 2026 के लिए 380,000 और 2027 के लिए 365,000 निर्धारित किया गया है। इस बदलाव का उद्देश्य आवास की कमी दूर करना और सामाजिक सेवाओं पर दबाव कम करना है, लेकिन इससे भारतीय मजदूरों सहित संभावित आप्रवासियों के लिए अवसर काफी कम हो जाते हैं।
इसके अतिरिक्त, 28 अगस्त, 2024 को कनाडा ने महामारी के दौर की अपनी नीति समाप्त कर दी है, जिसके तहत आगंतुक देश के अंदर से ही वर्क परमिट के लिए आवेदन कर सकते थे। अब, आवेदकों को कनाडा के बाहर से अपने वर्क परमिट आवेदन जमा करने होंगे और सीमा पर अपने परमिट को सक्रिय करना होगा। इस बदलाव ने कनाडा के जॉब मार्केट में प्रवेश करने के इच्छुक भारतीय कामगारों के लिए जटिल कर दिया है।
यूके ने जनवरी 2024 में अपने कुशल कर्मचारी वीज़ा के लिए न्यूनतम वेतन सीमा बढ़ा दी है। आवेदकों को अब अधिकतर भूमिकाओं के लिए £25,600 से बढ़ कर £26,200 या £10.75 प्रति घंटा की वार्षिक आय दर्शानी होगी। वहीं कमी वाले व्यवसायों के लिए, सीमा £20,480 से बढ़ कर £23,040 हो गई। ये बढ़ोतरी भारतीय मजदूरों के लिए कम वेतन वाली नौकरियों के लिए आवेदन करना अधिक चुनौतीपूर्ण बनाती है।
ब्रिटेन ने 2024 के मध्य में अपनी कमी वाले व्यवसायों की सूची से कुछ भूमिकाएं भी हटा दी हैं, जिनमें कुछ स्वास्थ्य सेवा और आईटी नौकरियां शामिल हैं, जिससे इन पदों के लिए सख्त वीज़ा मानदंड और उच्च शुल्क लागू हो गए हैं। इससे इन क्षेत्रों में भारतीय पेशेवरों के लिए उपलब्ध रास्ते सीमित हो गए हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने 2024-2025 में कई बदलाव लागू किए हैं जो भारतीय कामगारों को प्रभावित करेंगे। जुलाई 2024 में कई कार्य वीज़ा श्रेणियों के लिए वीज़ा आवेदन शुल्क दुगुना कर दिया गया है, जिसमें उप वर्ग 482 अस्थायी कौशल कमी वीज़ा शुल्क AUD 1,265 से बढ़कर AUD 2,500 हो गया। इस वृद्धि से आवेदकों पर वित्तीय बोझ बढ़ गया है।
ऑस्ट्रेलिया ने फरवरी 2025 से वर्क वीज़ा के लिए अंग्रेजी भाषा ज़रूरी कर दिया गया है। कुशल प्रवासन धाराओं के लिए आवेदकों को अब IELTS और PTE जैसे प्रवीणता परीक्षणों में उच्च स्कोर की आवश्यकता है। इसके अलावा, अगस्त 2024 में एक नई सीमा पेश की गई है, जिसमें कृषि और निर्माण जैसे उद्योगों में अस्थायी मजदूरों के प्रवेश को प्रति वर्ष 180,000 तक सीमित कर दिया गया है।
बहरहाल न्यूजीलैंड में वीज़ा नियमों में किया गया बदलाव बेरोजगार भारतीयों के लिए वरदान साबित होगा। जबकि कनाडा, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के वीज़ा नियमों में परिवर्तन घरेलू चिंताओं को प्राथमिकता देने के प्रयास दर्शाते हैं, लेकिन भारतीय मजदूरों के लिए आव्रजन प्रक्रिया और अधिक प्रतिबंधात्मक बना दिया गया है।
Published on:
09 Feb 2025 07:05 pm
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