
वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर। (फोटो: X Handle Aditya Raj Kaul.)
Pakistan rare minerals US investment: इस्लामाबाद और वॉशिंगटन के रिश्तों में मजबूती लाने के लिए पाकिस्तान ने खनिज संपदा का सहारा लिया है। दुर्लभ खनिजों की प्रस्तुति के जरिये अमेरिका से बड़े निवेश (US investment in Pakistan)की मांग की गई है।पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में एक अहम मुलाकात की। यह बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली। इस दौरान पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने ट्रंप को दुर्लभ खनिजों (Pakistan rare minerals) से भरा एक लकड़ी का बक्सा तोहफे में दिया, जो इस्लामाबाद की रणनीतिक सोच दर्शाता है। बैठक में पाकिस्तान ने अमेरिका से ऊर्जा और खनिज क्षेत्रों में निवेश की मांग की। यह कदम ऐसे वक्त पर उठाया गया है जब पाकिस्तान के तेल भंडार को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संदेह बना हुआ है। शरीफ ने कहा कि विदेशी निवेश से पाकिस्तान की कमजोर अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सकती है और इससे लंबे समय से चला आ रहा वित्तीय संकट भी दूर किया जा सकता है।
इस बैठक में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री शरीफ ने जुलाई में हुए उस व्यापार समझौते की भी सराहना की जिसमें पाकिस्तानी आयात पर 19% टैरिफ की रियायत और तेल संसाधनों के विकास में अमेरिकी सहयोग का वादा किया गया था।
शरीफ ने अमेरिकी कंपनियों को आईटी, कृषि, खनन, ऊर्जा और खनिज जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए खुला न्योता दिया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय निवेश अहम है और अमेरिका इसमें प्रमुख भूमिका निभा सकता है।
बैठक से पहले पाकिस्तान की फ्रंटियर वर्क्स ऑर्गेनाइजेशन (FWO) और अमेरिका की मिसौरी स्थित यूएस स्ट्रैटेजिक मेटल्स के बीच 500 मिलियन डॉलर की लागत से एक पॉली-मेटैलिक रिफाइनरी स्थापित करने के लिए समझौता हुआ। यह रिफाइनरी सोना, तांबा, टंगस्टन, एंटीमनी और अन्य दुर्लभ मृदा तत्वों के निर्यात पर केंद्रित होगी।
इसके अलावा पाकिस्तान की नेशनल लॉजिस्टिक्स कॉर्प और पुर्तगाल की मोटा-एंगिल ग्रुप के बीच एक और समझौता हुआ, जिसमें इंजीनियरिंग और निर्माण परियोजनाओं पर सहयोग की बात हुई है। यह कदम पाकिस्तान के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बहरहाल पाकिस्तान की यह रणनीति साफ संकेत देती है कि अब वह अमेरिका जैसे देशों के साथ अपने संबंधों को आर्थिक और खनिज साझेदारी के माध्यम से मज़बूत करने की दिशा में गंभीर है। आने वाले समय में यह सहयोग पाकिस्तान की आर्थिक तस्वीर बदल सकता है।
Published on:
28 Sept 2025 05:33 pm
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