
तेजस फाइटर जेट (फोटो- एएनआई)
दुबई एयर शो के आखिरी दिन शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान भारतीय फाइटर जेट तेजस क्रैश हो गया था। इस हादसे में भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर नामांश स्याल शहीद हो गए थे। इस खबर से जहां पूरे देश में शोक की लहर थी वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान ने इस दौरान असंवेदनशीलता दिखाते हुए इसके लिए तेजस को जिम्मेदार ठहराया और इसे लेकर कई बेबुनियाद दावे किए गए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान के 1 F-16 और 5 JF-17 जैसे विमान भी हादसे में तबाह हो चुके है।
खबरों के अनुसार, पाकिस्तान फाइटर जेट्स के 2000 से अब तक कुल 20 से ज्यादा हादसे हो चुके हैं लेकिन इन घटनाओं को छिपाया जाता है। इन घटनाओं में 10 से ज्यादा पायलट भी मारे गए हैं। जबकि तेजस के सिर्फ दो हादसे हुए हैं, वो भी उसे विकसित करने के शुरुआती दौर में, इन हादसों में से एक में तो पायलट भी सुरक्षित बचा है। पाकिस्तानी जेट्स में सबसे ज्यादा चर्चित JF-17, जिसे उसने चीन के साथ मिलकर बनाया है। यह कई बार दुर्घटना का शिकार हो चुका है। इसके अलावा F-16 और मिराज जैसे जेट्स के गिरने की भी कई खबर सामने आई है।
JF-17 ने 2003 से उड़ान भरना शुरू किया था और 13 सालों में इसके साथ 5 हादसे हुए हैं। पहला हादसा 2011 में इंजन फेलियर होने के चलते हुआ था। यह जेट टेस्ट फ्लाइट के दौरान क्रैश हो गया, हालांकि इसमें पायलट सुरक्षित बच गया था। इसके बाद 2013, 2015, 2017 और 2024 में भी यह जेट हादसे का शिकार हुए थे। इन सभी हादसों में पायलट सुरक्षित बच गए थे। F-16 के भी 8 से ज्यादा हादसे हो चुके हैं। पहला हादसा 1987 में परेड रिहर्सल के दौरान हुआ था और पायलट की मौत हो गई थी।
इसके बाद 2000 में हादसा हुआ और फिर 2019 में बालाकोट के बाद भारत ने एक F-16 गिराया लेकिन पाकिस्तान इस बात को स्वीकार नहीं करता है। 2020 में भी यह जेट परेड रिहर्सल के दौरान क्रैश हुआ, जिसमें पायलट की मौत हो गई और 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना के हमलों में एक F-16 गिराया गया। इसके अलावा रखरखाव की कमी से भी इस विमान के दो-तीन हादसे होने की खबरें सामने आ चुकी हैं।
पाकिस्तान के मशहूर मिराज III/5 जेट की बात की जाए तो वह भी 10 से ज्यादा हादसों का शिकार हो चुका हैं। 1960 से यह जेट पाकिस्तानी सेना में सेवा दे रहा है। 2012 में झांग में ट्रेनिंग के दौरान इंजन फेलिय के चलते यह जेट क्रैश हुआ था और पायलट की मौत हो गई थी। इसके बाद पुरानी मशीन इस्तेमाल करने के चलते 2024 मई में भी इस जेट के साथ हादसा हुआ था। हालांकि इस हादसे में पायलट सुरक्षित बच गया था। 2025 में भी भारतीय वायुसेना के हमलों में 2 मिराज नष्ट हुए थे। इसके अलावा मैकेनिकल फेलियर और ट्रेनिंग एरर के चलते भी 2000 से 2020 तक इस जेट के साथ 7 से ज्यादा हादसे हुए हैं।
Published on:
25 Nov 2025 01:37 pm
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