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पाकिस्तानी सेना की बलूचिस्तान के ज़ेहरी में बमबारी: आम लोगों को निशाना बनाया

Pakistani aerial bombing on residential homes: पाकिस्तानी सेना ने बलूचिस्तान के ज़ेहरी में एक आवासीय इलाके पर हवाई हमला किया, जिसमें तीन नागरिक मारे गए और कई घायल हुए। इस हमले के बाद इलाके में इंटरनेट और मीडिया सेवाएं बंद कर दी गई हैं, जिससे हालात और गंभीर हो गए हैं।

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भारत

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MI Zahir

Sep 18, 2025

Pakistani aerial bombing on residential homes

पाकिस्तानी सेना ने बलूचिस्तान के आबादी इलाके ज़ेहरी में बमबारी की। (फोटो: X Handle EP's Insights.)

Pakistani aerial bombing on residential homes: पाकिस्तानी सेना ने 17 सितंबर 2025 की रात बलूचिस्तान के खुजदार जिले के ज़ेहरी इलाके में एक घर पर हवाई और ड्रोन हमला किया। जानकारी के अनुसार यह हमला सीधे आम नागरिकों को निशाना (Pakistani aerial bombing on residential homes)बना कर किया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले में मारे गए तीन लोग हैं -बीबी अमीना (40 वर्ष), लाल बीबी (41 वर्ष), और मुहम्मद हसन (30 वर्ष)। घायल लोगों में 4 साल का बच्चा उमैर अहमद भी शामिल है। अन्य घायल व्यक्तियों में सनाउल्लाह, अली अकबर, अब्दुल नबी और मौला बख्श शामिल हैं।

इलाके में इंटरनेट और मीडिया सेवाएं बंद

हमले के बाद ज़ेहरी और आसपास के इलाके में मीडिया और इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह बंद कर दी गई हैं। इससे इलाके की खबर बाहर आने में बाधा आ रही है और लोग भयभीत हैं। स्थानीय लोगों को सहायता और मेडिकल सुविधाओं तक पहुंचना मुश्किल हो गया है।

बलूच याकजेटी कमिटी की कड़ी निंदा

बलूच यकजेहती कमिटी (BYC) ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि यह हमला आम लोगों को डराने और इलाके में दहशत फैलाने की एक कोशिश है। BYC ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी बलूचिस्तान में हो रही हिंसा को रोकने की अपील की है।

क्यों बढ़ रहे हैं बलूचिस्तान में हमले ?

बलूचिस्तान लंबे समय से अलगाववादी संघर्ष और आतंकवाद के चलते असुरक्षित क्षेत्र माना जाता है। यहां पर अक्सर सैन्य कार्रवाई होती रहती है। इस हमले ने एक बार फिर से इलाके की सुरक्षा स्थिति पर सवाल उठाए हैं।

क्या होगा स्थानीय लोगों का भविष्य ?

इस तरह के हमलों से ना केवल सामान्य नागरिकों की जान को खतरा रहता है, बल्कि उनका जीना भी मुश्किल हो जाता है। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। इस स्थिति में स्थानीय लोगों की मदद और सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाएगी, यह बड़ा सवाल है।

ऐसे हमले बेहद चिंताजनक

इस तरह के हमले बेहद चिंताजनक हैं क्योंकि आम नागरिकों की जान जोखिम में पड़ती है। ज़ेहरी में हुए हवाई हमले ने स्थानीय लोगों की सुरक्षा और मानवाधिकारों की गंभीर स्थिति को उजागर किया है। ऐसी हिंसा से क्षेत्र में शांति स्थापित करना और भी मुश्किल हो जाता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस घटना पर तुरंत ध्यान देना चाहिए और निष्पक्ष जांच की मांग करनी चाहिए।

राहत अभियान और सुलगते सवाल

इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा क्षेत्र में राहत अभियान की शुरुआत कब होगी? क्या पाकिस्तानी सरकार इस हमले की आधिकारिक जांच कराएगी? इसके अलावा, घायल पीड़ितों को उचित चिकित्सा सहायता कब तक और किस स्तर पर मिलेगी? आने वाले दिनों में ज़ेहरी और आसपास के इलाकों की सुरक्षा व्यवस्था में क्या बदलाव किए जाएंगे, ये सवाल अभी अनसुलझे हैं।

एक व्यापक क्षेत्रीय समस्या

बलूचिस्तान में पिछले कुछ वर्षों से बढ़ती हिंसा और अलगाववादी आंदोलनों ने इस इलाके को अक्सर तनावग्रस्त बना रखा है। इस हमले को स्थानीय राजनीतिक अस्थिरता, सामाजिक-आर्थिक समस्याओं और सीमा पार संघर्ष का हिस्सा भी माना जा सकता है। इसके साथ ही, मीडिया और इंटरनेट बंद होने से सूचना का बहाव रुकना, मानवाधिकार संगठनों के लिए स्थिति की जांच करना भी कठिन बना रहा है। यह मामला सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक व्यापक क्षेत्रीय समस्या का हिस्सा है।

हवाई बमबारी आम नागरिकों के लिए खतरनाक साबित

बहरहाल पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हुई यह हवाई बमबारी आम नागरिकों के लिए खतरनाक साबित हुई है। इलाके में जारी हिंसा और संचार बाधित होने से हालात और खराब हो रहे हैं। क्या अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस पर ध्यान देगा ?

(इनपुट : IANS.)