जी-20 पार्टनर देशों को दिए 3 मह्त्वपूर्ण मंत्र पीएम मोदी ने जी-20 सम्मेलन को संबोधित करते हुए जी-20 पार्टनर देशों के सामने 3 महत्वपूर्ण मंत्र प्रस्तुत किए। ये 3 महत्वपूर्ण मंत्र इस प्रकार हैं।
- जी-20 देशों को एक 'स्वच्छ ऊर्जा परियोजना कोष' का निर्माण करना चाहिए। इस कोष का इस्तेमाल उन देशों में किया जा सकता है जहां इसकी कमी है।
- जी-20 देशों को 'स्वच्छ-ऊर्जा अनुसंधान संस्थान नेटवर्क' का निर्माण करना चाहिए। इस नेटवर्क का इस्तेमाल स्वच्छ ऊर्जा के अनुसंधानों के कुशल उपयोग के लिए करना चाहिए।
- जी-20 देशों को हरित हाइड्रोजन के क्षेत्र में वैश्विक मानक बनाने के लिए एक संगठन बनाना चाहिए। इस संगठन की मदद से उत्पादन और उपयोग को ज़रूरी प्रोत्साहन दिया जा सकेगा।

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जलवायु न्याय को महत्व देना ज़रूरी पीएम मोदी ने जी-20 सम्मेलन 2021 के दौरान 'जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण' के विषय पर भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि जलवायु न्याय को भूलना विकासशील देशों के साथ-साथ पूरी मानवता के साथ विश्वासघात है। उन्होंने कहा कि जलवायु न्याय को महत्व देना ज़रूरी है और विकासशील देशों की आवाज़ के रूप में भारत विकसित देशों द्वारा जलवायु वित्त के दुरुपयोग को नजरअंदाज नहीं कर सकता है। पीएम मोदी ने इस विषय पर सुझाव देते हुए सभी विकसित देशों से विकासशील देशों में हरित परियोजनाओं के वित्तीय पोषण और सहायता के लिए अपनी जीडीपी का कम से कम 1% प्रदान करने का लक्ष्य बनाने को कहा है, जिससे जलवायु न्याय सुनिश्चित हो सके और साथ ही विकासशील देशों को पर्याप्त जलवायु वित्त उपलब्ध हो सके। यह भी पढ़ें