
Representational Image
Hajj 2024: सऊदी अरब में 14 जून से पवित्र मक्का के लिए हज यात्रा शुरू हुई थी, जिसका बुधवार 19 जून को आखिर दिन है। इस यात्रा में करीब 30 लाख हज यात्री शामिल हुए हैं। लेकिन किसी को ये अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि इस बार की हज यात्रा में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो सकती है। जी हां 17 जून से सऊदी अरब (Saudi Arabia) में मरने वाले हज यात्रियों का आंकड़ा 14 से 645 हो गया है और तो और सैकड़ों लोग अभी भी लापता हैं, जिनके बारे में ये कहा जा रहा है कि वो मिल ही नहीं रहे हैं, ऐसे में मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। आधिकारिक आंकड़े मृतकों की संख्या 550 बता रहे हैं लेकिन अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी ये आंकडा़ 577 के पार बता रही थी, वहीं अब ये आंकड़ा 645 हो गया है। मरने वालों में सबसे ज्यादातर मिस्र (Egypt) और जॉर्डन के नागरिक हैं।
सऊदी अरब में अचानक हुई मौतों (Hajj 2024) से पूरी दुनिया सदमें में आ गई है। क्योंकि सऊदी अरब में स्थित मक्का (Mecca) में हर साल लाखों की संख्या हज यात्री हज करने के लिए जाते हैं। इस्लाम धर्म की सबसे पवित्र जगह मानी जाने वाली इस जगह पर लोग शुद्धता के साथ अपने मन की मुराद लेकर जाते हैँ। लेकिन वहां पर इतनी बड़ी संख्या में हो रही मौतों ने अब हर किसी को हैरत में डाल दिया है।
17 जून को आए मौतों के पहले आंकड़ों पर सऊदी अरब ने इनका कारण नहीं बताया था। हालांकि जॉर्डन की सरकार ने कहा था कि उनके 19 नागरिक जो हज करने गए थे उनकी सऊदी अरब की भीषण गर्मी झेलने से मौत हुई है। यही कारण मिस्र ने भी बताया था। 18 जून को भी मरने वालों की संख्या बढ़ी थी। लेकिन तब भी सऊदी अरब की तरफ से कोई बयान इस बारे में नहीं आया था। बुधवार को जब मरने वाले हज यात्रियों का आंकड़ा 550 के पार हो गया दो पूरी दुनिया में खलबली मच गई। तब जाकर सऊदी अरब की तरफ से जवाब दिया गया।
सऊदी अरब के अधिकारियों ने बताया कि देश में भीषण गर्मी पड़ने से हज यात्रियों की मौतें हो रही हैं। अधिकारियों ने गर्मी से बीमार पड़े 2,000 से भी ज्यादा हज यात्रियों का इलाज कराने के बारे में बताया है। इधर जॉर्डन (Jordan) की सरकार ने पहले तो इन मौतों के कारण नहीं बताया था लेकिन अब इसकी वजह स्पष्ट करते हुए कहा है कि सऊदी अरब में हीट स्ट्रोक के चलते इनकी मौत हुई है। बता दें कि मरने वालों में जॉर्डन के 60 तो मिस्र के 330 से भी ज्यादा हज यात्री हैं। सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद अल-अब्दुलअली ने संवाददाताओं को बताया कि अकेले रविवार को 2,760 से ज्यादा हज यात्री लू और गर्मी के तनाव से परेशान हुए हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक जॉर्डन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सूफियान कुदाह ने एक बयान में कहा कि जॉर्डन अपने नागरिकों की घर वापसी के लिए सऊदी अधिकारियों के साथ संपर्क में है।
बताया जा रहा है कि सऊदी अरब में भीषण गर्मी से हज यात्रा पर प्रभाव पड़ा है। मक्का में पारा हर दशक 0.4 डिग्री सेल्सियस बढ़ रहा है। सऊदी राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि बीत सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। जो हजयात्रियों से झेली नहीं जा रही है। सऊदी का शुष्क तापमान, पानी की कमी, तेज धूप में चलना और भीषण गर्मी से लोगों की जान जा रही है। गौरतलब है कि सऊदी अरब में बीते साल भी गर्मी के कारण हज के दौरान 240 यात्रियों की मौत हुई थी।
एक अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी में 645 हज यात्रियों की मौत हो गई है वहीं सैकड़ों तो लापता है। रिपोर्ट के मुताबिक गर्मी का लोगों के लापता होने से क्या संबंध है ये समझ के परे हैं। हालांकि सऊदी के अधिकारी लापता लोगों को खोजने की कोशिश में लगे हुए हैं कई टीमें लापता हज यात्रियों की तलाश में जुट गई हैं।
Updated on:
21 Jun 2024 04:27 pm
Published on:
19 Jun 2024 03:57 pm
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
