Russia attack on Kyiv: यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस के भीषण हवाई हमले (Russia attack on Kyiv) ने शहर को एक बार फिर दहला दिया है। सोमवार रात हुए इस हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक अमेरिकी नागरिक भी शामिल है। दर्जनों लोग घायल हुए ( Ukraine missile strike) हैं, जबकि ओडेसा और चेर्निगिव क्षेत्रों से भी कई लोगों के घायल होने की खबर है। कीव के सोलोमियांस्की, शेवचेनकिव्स्की और पोडिल्स्की जिलों में हुई बमबारी Kyiv bombing news से तीन स्कूल, दो अस्पताल और एक विद्युत सबस्टेशन को गंभीर नुकसान पहुंचा।
यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि हमलों में इस्तेमाल किए गए हथियारों में ईरानी-निर्मित ‘शहीद’ ड्रोन और क्रूज़ मिसाइलें शामिल थीं। एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि "इस बार हमला बेहद सोची-समझी रणनीति के तहत किया गया -जिसमें नागरिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया गया ताकि शहर में अफरा-तफरी फैले।" यूक्रेन के आंतरिक मंत्री इगोर क्लिमेंको ने टेलीग्राम पर बताया कि "रात भर कीव के अलग-अलग इलाकों में 27 स्थानों पर रूसी मिसाइलों और ड्रोन से हमला हुआ।
कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने पुष्टि की कि राजधानी के सोलोमियांस्की जिले में एक 62 वर्षीय अमेरिकी नागरिक की उस समय मौत हो गई, जब वह उस इमारत के सामने था, जहां पर मेडिकल स्टाफ घायलों को सहायता दे रहा था। यह हमला बेहद सटीक और विनाशकारी था।
राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने इस हमले की तीखी निंदा करते हुए कहा, "मास्को अब युद्ध के मैदान से हट कर सीधे आम नागरिकों पर हमला कर रहा है।" उन्होंने यह भी दोहराया कि रूस की यह नीति साफ तौर पर अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन है।
अमेरिका की मध्यस्थता के प्रयासों के बावजूद रूस ने युद्ध विराम की पेशकश खारिज कर दी है। मॉस्को ने यूक्रेनी और यूरोपीय नेताओं की ओर से मांगे गए "बिना शर्त युद्ध विराम" स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। वहीं यूक्रेन ने रूस की मांगों को "अल्टीमेटम" बता कर बातचीत से किनारा कर लिया है।
इस बीच, ज़ेलेंस्की ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वे G7 शिखर सम्मेलन में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात करेंगे। हालांकि अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति को ईरान-इज़राइल तनाव के कारण अपना दौरा बीच में ही छोड़ना पड़ा, जिससे ज़ेलेंस्की की उनसे मुलाकात अधर में लटक गई।
स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है, और यूक्रेनी नागरिक एक बार फिर जंग के साये में दिन-रात गुजारने को मजबूर हैं। आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय कूटनीति इस संघर्ष को कहां ले जाएगी, इस पर सारी दुनिया की नजर टिकी हुई है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "मास्को अब टैंक और तोपों से नहीं, बल्कि स्कूलों और अस्पतालों पर हमला कर रहा है।"
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी इस हमले को "मानवता के खिलाफ अपराध" बताते हुए रूस से तत्काल संघर्षविराम की मांग की है। यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने भी इस हमले को लेकर आपात बैठक बुलाई है।
यूक्रेन अब उम्मीद कर रहा है कि G7 शिखर सम्मेलन के मौके पर राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात होगी, जहां वे यूक्रेन को दी जा रही सैन्य सहायता और रक्षा उपकरणों की डिलिवरी पर चर्चा कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक ज़ेलेंस्की इस मौके पर अमेरिका से एयर डिफेंस सिस्टम की अतिरिक्त डिलीवरी की मांग कर सकते हैं।
यूक्रेनी साइबर सुरक्षा विभाग ने चेतावनी दी है कि रूसी हमले के साथ-साथ साइबर हमलों की एक नई लहर भी सामने आ रही है। सोमवार रात के मिसाइल हमले के दौरान ही कीव के कई सरकारी वेबसाइट्स और बैंकिंग सर्वर कुछ घंटों के लिए ठप हो गए थे। अधिकारियों को शक है कि यह हमला समन्वित साइबर-सैन्य ऑपरेशन का हिस्सा था।
Published on:
17 Jun 2025 04:48 pm