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Russia Ukraine War: यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के प्रयास तेज, विदेश मंत्रालय की टीम बॉर्डर पर एक्टिव

यूक्रेन पर रूस के हमले ने भारत सहित दुनियाभर में हलचल मचा दी है। यूक्रेन में पढ़ने गए हजारों भारतीय छात्र वहां फंस गए हैं जिन्हें निकालने की कोशिशें की जा रही हैं। वहां फंसे भारतीयों को अब सड़क मार्ग से निकलने की योजना है।

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Russia Ukraine War Indian Government to evacuate Indians from Ukraine

रूस-यूक्रेन युद्ध: विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन बॉर्डर पर टीम को किया एक्टिव, भारतीयों को निकलने का प्रयास तेज

यूक्रेन में हालात लगातार बिगड़ते दिखाई दे रहे हैं। रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर कब्जा कर लिया है और हमला लगातार जारी है। इन सब में भारत के लिए बड़ी समस्या यूक्रेन में फसे अपने नागरिकों को वहा से निकलने की है। यूक्रेन में करीब 18 हजार भारतीय हैं, जिन्हें निकालने के लिए वैकल्पिक मार्गों पर काम किया जा रहा है।कुछ खबरों के मुताबिक भारतीय विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन के बॉर्डर के कुछ इलाके में टीम को एक्टिव कर दिया है है। ताकि उनसे भारतीय संपर्क साध सकें।


विदेश मंत्रालय ने जारी किए यूक्रेन में अधिकारियों के नंबर:

विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन से सटी हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया की सीमा के पास अधिकारियों को तैनात किया है और इन अधिकारियों के नंबर जारी किए हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक के बाद विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि भारतीयों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है।


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क्या बोले विदेश सचिव:
विदेश सचिव ने गुरुवार शाम प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, हंगरी के विदेश मंत्रियों से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में स्थिति से निपटने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हमने करीब एक महीने पहले यूक्रेन में भारतीय नागरिकों का पंजीकरण शुरू किया था।

ऑनलाइन पंजीकरण के आधार पर हमने पाया कि 20,000 भारतीय नागरिक वहां थे। विदेश सचिव ने कहा पिछले कुछ दिनों में 4000 भारतीय नागरिक यूक्रेन से भारत लौट चुके हैं। दिल्ली में MEA कंट्रोल रूम को 980 कॉल और 850 ईमेल मिले हैं।

इससे पहले यूक्रेन में भारत के राजदूत पार्थ सत्पथी ने यूक्रेन में भारतीयों के लिए जारी एक संदेश में कहा कि स्थिति ‘‘अत्यधिक तनावपूर्ण और बहुत अनिश्चित’’ है और यह बहुत चिंता का कारण बन रही है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय और दूतावास इस कठिन परिस्थिति का समाधान खोजने के लिए 'मिशन मोड' पर काम कर रहे हैं। राजदूत ने कहा, ‘‘हवाई क्षेत्र बंद है, रेलवे की समयसारिणी अनिश्चित है और सड़कों पर भीड़भाड़ है। मैं सभी से शांत रहने और स्थिति का सामना धैर्य के साथ करने का अनुरोध करता हूं।’’

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