
pakistan-bangladesh relations
India-Bangladesh Trade Relations: कभी एक दूसरे के विरोधी रहे पाकिस्तान और बांग्लादेश ने 1971 के विभाजन के बाद पहली बार सीधे व्यापार (India-Bangladesh trade) फिर शुरू किया है, जो दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। इसी फरवरी 2025 में अंतिम रूप दिए गए इस समझौते के तहत, बांग्लादेश ( Bangladesh) ने पाकिस्तान ( pakistan) से 50,000 टन चावल का आयात करने का फैसला किया है, जो पाकिस्तान ट्रेडिंग कॉरपोरेशन ऑफ पाकिस्तान ( TCP) के माध्यम से भेजेगा। पहला शिपमेंट पोर्ट कासिम से रवाना हो चुका है और यह पाकिस्तान नेशनल शिपिंग कॉरपोरेशन ( PNSC) द्वारा बांग्लादेश के बंदरगाह पर पहुंचाया जाएगा। यह व्यापारिक कदम दोनों देशों के समुद्री व्यापार संबंधों में महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा इससे पाकिस्तान और बांग्लादेश के रिश्तों (Pakistan-Bangladesh relations) में सुधार होगा।
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान से एक महिला उद्यमियों का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही ढाका आएगा, जहां वे अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शनी ढाका के प्रतिष्ठित गुलशन क्लब में आयोजित की जाएगी। इस प्रदर्शनी में पाकिस्तानी थ्री पीस (थ्री पीस सूट) का विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा, जो बांग्लादेश में बहुत लोकप्रिय हैं। ध्यान रहे कि पाकिस्तान बांग्लादेश को हर साल लगभग 700 मिलियन डॉलर के उत्पाद निर्यात करता है, जबकि बांग्लादेश से पाकिस्तान को निर्यात होने वाले उत्पादों का मूल्य करीब 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर है। यह कदम दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने में मदद करेगा और दोनों देशों के व्यापारिक सहयोग को नई दिशा देगा।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच राजनयिक संबंधों में भी उल्लेखनीय सुधार देखा जा रहा है। पिछले साल, बांग्लादेश में अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान के साथ सुलह की दिशा में कदम बढ़ाया था, जिसकी पाकिस्तान से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। दोनों देशों के उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान में भी वृद्धि हुई है, और हाल ही में बांग्लादेश ने पाकिस्तान से 50,000 टन चावल खरीदने के लिए समझौता किया है।
इसके अलावा, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच सीधी उड़ानें संचालित करने के लिए फ्लाई जिन्ना एयरलाइंस की प्रार्थना को भी मंजूरी दी गई है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री के अप्रैल में बांग्लादेश दौरे की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती मिल सकती है।
गौरतलब है कि सन 1971 में बांग्लादेश के पाकिस्तान से अलग होने के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में कई तनाव रहे हैं, खासकर युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना की ओर से किए गए अत्याचारों को लेकर तनाव रहे हैं। हालांकि, अब बांग्लादेश ने पाकिस्तान के साथ संबंधों को सामान्य बनाने की पहल की है, जिसमें अनसुलझे मुद्दों, जैसे 1971 के युद्ध के दौरान अत्याचारों के लिए माफ़ी की मांग को लेकर बातचीत जारी है।
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने की दिशा में सकारात्मक रुख अपनाया है। उन्होंने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए बातचीत की और व्यापार बढ़ाने, विशेष रूप से आईटी, रसायन, चमड़ा और सर्जिकल सामान जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावना पर जोर दिया। यूनुस ने पाकिस्तान के साथ आपसी विकास और साझेदारी को बढ़ाने के लिए प्रयासों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता को स्वीकार किया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने बांग्लादेश के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया है। उन्होंने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के साथ एक बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापारिक सहयोग बढ़ाने, विशेष रूप से आईटी, रसायन, चमड़ा और अन्य उद्योगों में साझा प्रयासों पर विचार-विमर्श किया। शरीफ ने दोनों देशों के बीच अधिक से अधिक सहयोग और संवाद को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई है।
बहरहाल यह व्यापारिक कदम पाकिस्तान और बांग्लादेश के समुद्री व्यापार संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है। दोनों देशों के राजनयिक संबंधों में भी हाल के वर्षों में सुधार देखा गया है। बांग्लादेश ने पाकिस्तान के साथ सुलह की दिशा में कदम बढ़ाया है, और दोनों देशों के बीच उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान में वृद्धि हुई है। पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच व्यापारिक और राजनयिक संबंधों में हो रहे इन सुधारों से दोनों देशों के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा, जिससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा और भविष्य में विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए अवसर पैदा होंगे।
Updated on:
24 Feb 2025 01:46 pm
Published on:
24 Feb 2025 01:42 pm
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