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भारत में मरीजों से कहते ​हैं हवा-पानी बदलो,इस देश में डॉक्टर पर्ची पर यह लिख कर दे रहे

Swedish Prescription: स्वीडन "स्वीडिश प्रिस्क्रिप्शन" शुरू कर दुनिया का ऐसा पहला देश बन गया है, जहां डॉक्टर स्वास्थ्य के लिए पर्ची पर यात्रा करने की सलाह लिख सकते हैं।

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भारत

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MI Zahir

Oct 22, 2025

Swedish Prescription

डॉक्टर का प्रतीकात्मक स्वीडिश प्रिस्क्रिप्शन। (फोटो डिजाइन पत्रिका.)

Swedish Prescription: भारत में आम तौर पर डॉक्टर मरीजों से शहर बदलने के लिए मौखिक रूप से कहते हैं, लेकिन विदेश में एक डॉक्टर ने पर्चे पर घूमने की सलाह दे कर एक नया प्रयोग किया है। इस तरह स्वीडन ने स्वास्थ्य देखभाल में एक अनोखा कदम उठाया है। यहां डॉक्टर अब मरीजों को दवाओं के साथ-साथ यात्रा का पर्चा (Travel as Medicine) लिखवा सकते हैं। यह दुनिया का पहला ऐसा देश है, जहां घूमना-फिरना चिकित्सा का हिस्सा बन गया है। Visit Sweden ने "स्वीडिश प्रिस्क्रिप्शन" (Swedish Prescription) नाम की इस पहल को शुरू किया है, जो पर्यटन को स्वास्थ्य योजना से जोड़ती है। मरीजों को जंगलों की सैर, झीलों में नहाने या सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सलाह दी जा रही है। यह कदम तनाव और बर्नआउट से जूझते लोगों के लिए राहत का काम कर सकता है।

स्वीडिश प्रिस्क्रिप्शन क्या है ?

यह पहल डॉक्टरों और शोधकर्ताओं के सहयोग से बनी है। मरीज किसी भी देश से Visit Sweden की वेबसाइट से एक मेडिकल रेफरल डाउनलोड कर सकते हैं और अपने डॉक्टर को दिखा सकते हैं। डॉक्टर अगर सहमत हों, तो स्वीडन यात्रा को प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। इसमें स्वीडन की प्राकृतिक खूबसूरती का फायदा उठाना शामिल है—जैसे जंगल में वॉक, सौना सेशन या ठंडे पानी में डुबकी। स्वीडन के कुछ डॉक्टर पहले से ही इसकी सिफारिश करने को तैयार हैं। एक YouGov सर्वे में 65% लोगों ने कहा कि वे डॉक्टर की सलाह पर प्रकृति में समय बिताएंगे।

स्वीडन की संस्कृति कैसे मदद करती है ?

स्वीडन की "फ्रिलुफ्टस्लिव" परंपरा इसकी बुनियाद है, जो खुली हवा में रहने को जीवन का जरूरी हिस्सा मानती है। प्रिस्क्रिप्शन में जंगल घूमना, तारों भरी रातें गुजारना और "फिका" करना शामिल है—जो कॉफी के साथ दोस्तों से गपशप की स्वीडिश रस्म है। डॉक्टरों का कहना है कि ये गतिविधियां स्ट्रेस हार्मोन कम करती हैं, मूड बेहतर बनाती हैं और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखती हैं। यह पारंपरिक दवाओं के अलावा एक प्राकृतिक तरीका है, जो शरीर और मन दोनों को तरोताजा करता है।

स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है ?

प्रकृति से जुड़ाव वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है। जंगल की सैर डिप्रेशन कम करती है, सौना ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है और फिका सामाजिक जुड़ाव बढ़ाता है। स्वीडन के विशेषज्ञों के मुताबिक, यह "ग्रीन प्रिस्क्रिप्शन" और "कल्चरल प्रिस्क्रिप्शन" का मिश्रण है। एक ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट ने कहा कि स्वीडन की लाइफस्टाइल वेलबीइंग को बढ़ावा देती है। यह पहल बर्नआउट जैसे वैश्विक संकट से लड़ने में मददगार साबित हो सकती है।

दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?

यह मॉडल स्वास्थ्य को पर्यावरण और संस्कृति से जोड़ता है। अगर सफल रहा, तो अन्य देश इसे अपना सकते हैं। स्वीडन खुद को "ट्रैवल डेस्टिनेशन ऑन प्रिस्क्रिप्शन" के रूप में प्रचारित कर रहा है। लेकिन चुनौती यह है कि यात्रा की लागत कौन वहन करेगा? Visit Sweden खर्च नहीं उठाता, लेकिन यह जागरूकता बढ़ा रहा है। वैश्विक स्तर पर, यह वेलनेस टूरिज्म को नया आयाम दे सकता है। समय की थकान से परेशान लोगों के लिए, यह एक सरल और प्रभावी समाधान है।