
Mullah Baradar
काबुल पर तालिबानी कब्जे के दो सप्ताह बाद भी अफगानिस्तान में सरकार का गठन नहीं हो पाया है। वहीं तलिबान पर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दबाव भी बढ़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तालिबान सरकार बनाने के अपने अंतिम चरण में है और आज सरकार बनाने की घोषणा की जा सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, तालिबान का को-फाउंडर मुल्ला अब्दुल गनी बरादर नई अफगान सरकार का नेतृत्व कर सकता है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान के सभी वरिष्ठ नेता काबुल पहुंच चुके हैं और सरकार गठन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
इनको मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
रिपोर्ट के अनुसरार, नई अफगान सरकार में तालिबान के राजनीतिक मामलों के प्रमुख मुल्ला बरादर के साथ तालिबान के सह-संस्थापक मुल्ला उमर के बेटा मुल्ला मोहम्मद याकूब और शेर मोहम्मद अब्बास स्टैनिकजई को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, तालिबानी सरकार में सिर्फ संगठन के सदस्यों को शामिल किया जाएगा। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान का सुप्रीम लीडर हैबातुल्लाह अखुंदजादा धार्मिक मामलों और इस्लाम के मुताबिक शासन को देखरेख करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, नई सरकार में 25 मंत्रालय शामिल होंगे, जिसमें 12 मुस्लिम विद्वानों की सलाहकार परिषद हो सकती है।
ईरान की तर्ज पर बन सकती है सरकार
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, काबुल में ईरान की सरकार की तर्ज पर नई सरकार का गठन किया जा सकता है। ईरान में देश का सर्वोच्च नेता राजनीतिक और धार्मिक प्राधिकारी है। उसका दर्जा वहां राष्ट्रपति से भी ऊंचा होता है और वह सेना, सरकार और न्यायपालिका के प्रमुखों की नियुक्ति करता है।
ऐसे में तालिबान की नई सरकार में उनके शीर्ष धार्मिक नेता मुल्ला हेबतुल्लाह अखुनजादा को सर्वोच्च प्राधिकारी घोषित कियाजा सकता है। तालिबान के सूचना एवं सांस्कृतिक आयोग में वरिष्ठ अधिकारी फ्ती इनामुल्लाह समांगनी ने कहा कि नई सरकार पर सलाह-मशविरा करीब-करीब पूरा हो चुका है और कैबिनेट को लेकर भी जरूरी चर्चा कर ली गई है।
Updated on:
04 Sept 2021 01:32 pm
Published on:
04 Sept 2021 01:30 pm
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