
Terrorist attack on Pakistan army
आतंकवाद (Terrorism) और पाकिस्तान (Pakistan) का नाता लंबे समय से चलता आया है। पाकिस्तान को हमेशा से ही आतंकवाद को पनाह देने और पनपाने वाले देश के रूप में देखा गया है। हालांकि जिस पाकिस्तान ने हमेशा ही दुनियाभर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में मदद की है, अब वो भी आतंकवाद के चंगुल में फंस चुका है। पाकिस्तान में आए दिन ही आतंकी हमलों के मामले सामने आते रहते हैं। सामान्य जनता ही नहीं, पुलिस और सेना भी इन आतंकी हमलों का शिकार बनती है। पाकिस्तान में अब एक बार फिर आतंकी हमले (Terrorist Attack) का मामला सामने आया है और वो भी सेना के खिलाफ। बलूचिस्तान (Balochistan) प्रांत के तुर्बत (Turbat) शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर बेहमान (Behman) इलाके में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर आतंकियों ने आत्मघाती हमला किया। यह हमला शनिवार को लोकल समयानुसार करीब 5 बजकर 45 मिनट पर हुआ।
पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हुए इस आतंकी हमले में 47 सैनिकों की मौत हो गई। जानकारी के आतंकियों का निशाना पाकिस्तानी सेना का 13 वाहनों का काफिला था, जिसमें पांच बसें और सात सैन्य वाहन शामिल थे, जो कराची (Karachi) से तुर्बत में फ्रंटियर कोर (एफसी) मुख्यालय की ओर जा रहे थे। इस आत्मघाती हमले में एक बस पूरी तरह से नष्ट हो गई और विस्फोट में एक सैन्य वाहन ध्वस्त हो गया।
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पाकिस्तानी सेना पर हुए इस आतंकी हमले में 30 सैनिक घायल भी हो गए। घायल सैनिकों को इलाज के लिए सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया। कई सैनिकों को अब इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई है।
पाकिस्तानी सेना पर इस आतंकी हमले को अंजाम बलूचिस्तान की बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की फिदायी यूनिट मजीद ब्रिगेड ने दिया। बाद में इस आतंकी संगठन ने सेना पर आतंकी हमले की ज़िम्मेदारी भी ली। बलूच लिबरेशन आर्मी पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सक्रिय अलगाववादी संगठन है, जो पाकिस्तानी सरकार और सेना के खिलाफ है और एक आज़ाद बलूचिस्तान की इच्छा रखता है।
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जिस आत्मघाती हमलावर ने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला किया, उसकी भी पहचान हो गई है। तुर्बत के दश्त होचत क्षेत्र के क़ोहदा मुराद मुहम्मद बाज़ार निवासी संगत बहार अली ने इस हमले को अंजाम दिया और 47 सैनिकों की मौत और 30 के घायल होने का कारण बना।
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Updated on:
07 Jan 2025 04:26 pm
Published on:
07 Jan 2025 10:44 am
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