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क्या ट्रंप और कीर स्टार्मर की मुलाकात से बदलेगा व्यापार और विदेश नीति का रास्ता ?

Trump Starmer UK-US Trade Meeting 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने चेकर्स में व्यापार और विदेश नीति पर चर्चा की।

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भारत

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MI Zahir

Sep 18, 2025

Trump Starmer UK-US Trade Meeting 2025

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटेन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से मुलाकात की। (फोटो: एक्स.)

Trump Starmer UK-US Trade Meeting 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ब्रिटेन पहुंचे, जहाँ उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से चेकर्स कंट्री एस्टेट में खास मुलाकात (Trump Starmer meeting 2025) की। इस बैठक में दोनों नेताओं ने व्यापार, विदेश नीति और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। यह मुलाकात बकिंघमशायर स्थित ब्रिटिश प्रधानमंत्री के सरकारी आवास 'चेकर्स' (US UK trade talks Chequers) में हुई। यह वही जगह है जहाँ बड़े अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर गहन चर्चा होती है। ट्रंप की यह ब्रिटेन की दूसरी राजकीय यात्रा (Trump UK visit foreign policy) है, और इस बार व्यापार और विदेश नीति का भविष्य चर्चा का केंद्र रहा।

व्यापार को लेकर क्या बात हुई ?

ब्रिटेन चाहता है कि अमेरिका स्टील और एल्युमिनियम पर लगे भारी टैरिफ (लगभग 25%) को कम करे। ट्रंप ने संकेत दिए कि अगर ब्रिटेन तकनीक और ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाता है, तो रियायतें मिल सकती हैं। बातचीत में AI, ग्रीन एनर्जी और तकनीकी निवेश जैसे मुद्दे खास रहे।

विदेश नीति पर चर्चा: यूक्रेन और इज़राइल पर क्या बोला गया ?

यूक्रेन युद्ध में अमेरिका और ब्रिटेन की भूमिका पर विस्तार से चर्चा हुई।

गाज़ा और इज़राइल के बीच चल रहे संघर्ष पर भी विचार-विमर्श हुआ।

ब्रिटेन ने फिलिस्तीन को स्वतंत्र देश मानने की बात दोहराई, जिस पर ट्रंप की प्रतिक्रिया संयमित रही।

शाही स्वागत और राजकीय भोज

इससे पहले ट्रंप को राजा चार्ल्स और शाही परिवार की ओर से विंडसर कैसल में भव्य स्वागत और डिनर दिया गया। यह राजकीय यात्रा राजनीतिक के साथ-साथ एक प्रतीकात्मक संदेश भी देती है कि अमेरिका और ब्रिटेन फिर से नजदीक आ रहे हैं।

इस मुलाकात का मतलब क्या है ?

इस मुलाकात से संकेत मिलते हैं कि अमेरिका और ब्रिटेन दोनों वैश्विक साझेदारी को एक नई दिशा देना चाहते हैं। व्यापार में राहत और विदेश नीति में सहमति दोनों देशों के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं।

दुनियाभर से क्या प्रतिक्रियाएं आईं ?

ब्रिटेन की व्यापारिक बिरादरी ने इस मुलाकात को उम्मीद की किरण बताया। उद्योग जगत को भरोसा है कि अगर अमेरिका टैरिफ कम करता है, तो ब्रिटिश एक्सपोर्ट को बड़ी राहत मिल सकती है। अमेरिकी मीडिया में इस दौरे को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ ट्रंप समर्थकों ने इसे "राजनयिक जीत" बताया, वहीं कुछ आलोचकों ने इसे केवल चुनावी स्टंट करार दिया। यूरोपियन यूनियन के कुछ नेताओं ने ट्रंप और स्टारमर की नजदीकी पर चिंता जताई, क्योंकि यह यूरोपीय देशों की व्यापारिक रणनीति पर असर डाल सकती है।

अब आगे क्या हो सकता है ?

आने वाले हफ्तों में ब्रिटेन और अमेरिका के बीच व्यापारिक समझौते (Bilateral Trade Deal) पर बातचीत और तेज हो सकती है। यूक्रेन और गाज़ा को लेकर साझा नीति या बयान भी सामने आ सकता है, खासकर अगर दोनों देश सुरक्षा परिषद या NATO के स्तर पर एकजुट होते हैं। ट्रंप की अगली यूरोप यात्रा की तैयारियाँ भी अब तेज होंगी — जिससे यह तय होगा कि क्या अमेरिका का रुख वैश्विक सहयोग की ओर बदलेगा, या वह "America First" नीति पर ही टिके रहेगा।

इस मुलाकात के पीछे छिपे बड़े संकेत क्या हैं ?

ट्रंप अमेरिका में फिर से राष्ट्रपति पद के लिए लड़ रहे हैं। विदेश दौरों और हाई-प्रोफाइल मीटिंग्स से वह अंतरराष्ट्रीय छवि मज़बूत करना चाहते हैं।

ब्रिटेन की नई दिशा ?

कीर स्टार्मर की सरकार चाहती है कि ब्रेग्ज़िट के बाद ब्रिटेन की वैश्विक स्थिति फिर से मज़बूत हो। ट्रंप के साथ तालमेल से वो अमेरिका को प्राथमिक साझेदार के रूप में स्थापित कर सकते हैं।

चीन और रूस को संदेश ?

यह मुलाकात एक रणनीतिक संकेत भी है कि पश्चिमी देश आपसी मतभेद भुला कर रूस-यूक्रेन और चीन की बढ़ती ताकत के खिलाफ मिलकर काम करना चाहते हैं।

भविष्य के समीकरण तय करने की ओर मजबूत कदम

बहरहाल ट्रंप और स्टार्मर की यह बैठक सिर्फ औपचारिक नहीं, बल्कि भविष्य के व्यापारिक और राजनीतिक समीकरण तय करने की ओर एक मजबूत कदम है। आने वाले समय में दोनों देशों के रिश्तों में नई गति आ सकती है।