
NATO missile
रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच 24 फरवरी, 2022 को शुरू हुए युद्ध को 2 साल से भी ज़्यादा समय हो चुका है और अभी भी यह युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) यूक्रेन पर कब्ज़ा करना चाहते थे और इसी वजह से उनके आदेश पर रूस की सेना ने यूक्रेन पर हमला कर दिया। अब तक पुतिन यूक्रेन पर कब्ज़ा नहीं कर पाए हैं। हालांकि इस युद्ध की वजह से यूक्रेन को जान-माल का भारी नुकसान उठाना पड़ा है। साथ ही यूक्रेन के कई शहरों में भारी तबाही मच चुकी है। पर लगातार मिल रहे इंटरनेशनल सपोर्ट की वजह से यूक्रेन की सेना डटकर रूस की सेना का सामना कर रही है। यूक्रेन को नाटो (NATO – North Atlantic Treaty Organization) के कई सदस्य देश भी हथियार दे रहे हैं और अब यूक्रेन ने उन हथियारों का इस्तेमाल रूस पर हमले के लिए करना शुरू कर दिया है।
यूक्रेन ने किया रूस के ठिकानों को निशाना बनाना शुरू
यूक्रेन अब तक नाटो के सदस्य देशों से मिले हथियारों का इस्तेमाल सेल्फ-डिफेंस के लिए ही कर रहा था, पर अब यूक्रेन ने इन हथियारों का इस्तेमाल रूस पर हमले के लिए भी कर दिया है। यूक्रेन ने अब नाटो की दी हुई मिसाइलों का इस्तेमाल रूस के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए शुरू कर दिया है। रूस ने यूक्रेन को ऐसा न करने की चेतावनी दी थी पर अमेरिका (United States Of America) के साथ ही दूसरे नाटो देशों और नाटो अधिकारियों ने भी यूक्रेन को ऐसा करने के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है और अब यूक्रेन ने रूस के ठिकानों पर इन मिसाइलों से हमला शुरू कर दिया है। हालांकि इससे कितना नुकसान हुआ है, इस बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
Updated on:
01 Jun 2024 11:43 am
Published on:
01 Jun 2024 11:39 am
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
