
Russian oil (Representational Photo)
रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) को रोकने के लिए अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की सभी कोशिशें नाकाम हो रही हैं। इसी वजह से उन्होंने हंगरी (Hungary) की राजधानी बुडापेस्ट (Budapest) में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से होने वाली अपनी आगामी मीटिंग को भी टाल दिया है क्योंकि उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं है कि मीटिंग से कोई फायदा होगा। अब अमेरिका ने रूस पर दबाव बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन ने बुधवार को रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल पर सख्त प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। यह कदम यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस पर दबाव बढ़ाने के लिए उठाया गया है। अमेरिकी वित्त मंत्रालय के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय ने इन कंपनियों और उनकी कई सहायक यूनिट्स को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया है।
अमेरिका के इस फैसले से रूस को झटका लग सकता है। अमेरिका ने रूस की जिन दो तेल कंपनियों पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं, वो रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियाँ हैं जिनसे न सिर्फ रूस की अर्थव्यवस्था को मदद मिलती है, बल्कि युद्ध के लिए फंडिंग भी मिलती है। ऐसे में अमेरिका इन दो तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगाकर युद्ध के लिए रूस की फंडिंग को रोकना चाहता है, जिससे उसपर सीज़फायर का दबाव बने।
Updated on:
23 Oct 2025 09:33 am
Published on:
23 Oct 2025 09:31 am
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