इज़रायल (Israel) और ईरान (Iran) के बीच युद्ध बढ़ता ही जा रहा है। जैसे-जैसे समय बीत रहा है, युद्ध गंभीर होता जा रहा है। शुक्रवार, 13 जून को तड़के सुबह इज़रायली एयरफोर्स ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर एयरस्ट्राइक्स करते हुए युद्ध का बिगुल बजा दिया था। इज़रायल से बदला लेने के लिए ईरान ने भी 100 से ज़्यादा ड्रोन्स दागे, जिन्हें इज़रायली एयरफोर्स ने मार गिराया। शुक्रवार की रात को ईरान के परमाणु ठिकानों पर इज़रायल ने फिर एयरस्ट्राइक्स की, जिसका जवाब ईरान ने इज़रायल पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागकर दिया। शनिवार को भी दोनों देशों ने एक-दूसरे पर ताबड़तोड़ हमले किए। शनिवार की रात को इज़रायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों, सैन्य ठिकानों, तेल के डिपो, डिफेंस मिनिस्ट्री पर फिर निशाना साधा। वहीं ईरान ने रविवार को तड़के सुबह इज़रायल के नागरिक क्षेत्रों पर मिसाइलें दागीं। युद्ध को बढ़ता देख अमेरिकी विदेश मंत्रालय (US State Department) ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइज़री जारी की है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने ईरान में रह रहे अपने नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने के लिए कहा है। साथ ही अमेरिका में रहे रहे लोगों को किसी भी परिस्थिति में ईरान की यात्रा न करने की भी सलाह दी गई है।
इसी बीच अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भी ईरान को धमकी दी है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर बताया कि ईरान पर हुए हमले में अमेरिका का कोई हाथ नहीं था, लेकिन अगर ईरान ने अमेरिका पर किसी भी तरह से हमला किया, तो अमेरिकी सेना की पूरी ताकत, जो पहले कभी नहीं देखी गई है, ईरान पर टूट पड़ेगी।
इसके साथ ही ट्रंप ने युद्ध खत्म कराने की भी बात कही। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कहा कि वह आसानी से ईरान और इज़रायल के बीच समझौता करवा सकते हैं, और इस खूनी जंग को खत्म करा सकते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस युद्ध में इज़रायल और ईरान, दोनों को ही जान-माल का नुकसान हो रहा है। इज़रायल की तुलना में अब तक ईरान को ज़्यादा नुकसान हुआ है।
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Updated on:
15 Jun 2025 03:05 pm
Published on:
15 Jun 2025 02:46 pm