
American weapons (Photo - Washington Post)
रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine War) जो 24 फरवरी 2022 से चल रहा है, फिलहाल खत्म होने के कोई संकेत नहीं दे रहा है। यूक्रेन पर रूस के हमले जारी हैं, जिससे हर दिन यूक्रेन को जान-माल का नुकसान हो रहा है। हालांकि रूसी सेना के सैनिक भी इस युद्ध में मारे जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद यूक्रेन के खिलाफ रूस का पलड़ा काफी भारी है। रूस के हमलों के बीच यूक्रेन को अब एक बार फिर से अमेरिका (United States Of America) का सहारा मिला है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने यूक्रेन को हथियारों की बिक्री को ग्रीन सिग्नल दे दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने यूक्रेन को हवाई हमले के लिए गोला-बारूद और अन्य अहम हथियारों की बिक्री को मंज़ूरी दे दी है, जिसकी अनुमानित लागत 825 मिलियन डॉलर्स है।
ट्रंप प्रशासन द्वारा यूक्रेन को हथियारों की बिक्री को ग्रीन सिग्नल देने के बाद अब मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि इन हथियारों को खरीदने के लिए यूक्रेन के पास फंड कहाँ से आएगा? यूक्रेन इन हथियारों को खरीदने के लिए डेनमार्क, नीदरलैंड, नॉर्वे और अमेरिका से मिली सैन्य फंडिंग का इस्तेमाल करेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन ने भले ही यूक्रेन को एक बार फिर से हथियारों की बिक्री को मंजूरी दे दी है, लेकिन इससे उनके दावों पर फिर से सवाल उठ गए हैं। ट्रंप लंबे समय से दावे कर रहे हैं कि वह, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को खत्म करवा देंगे, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। ट्रंप कई बात यह भी कह चुके हैं कि इस युद्ध में वह यूक्रेन को और हथियार मुहैया नहीं कराएंगे, लेकिन एक बार फिर अमेरिका ने यूक्रेन के लिए हथियारों की खरीद के दरवाजे खोल दिए हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि ट्रंप के दावे फिर से फुस्स हो गए हैं।
Updated on:
29 Aug 2025 11:24 am
Published on:
29 Aug 2025 11:21 am
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