
UNSC Meeting (Photo - Washington Post)
दो महीने पहले ही अमेरिका (United States Of America) ने पाकिस्तान (Pakistan) का साथ देते हुए बलूच लिबरेशन आर्मी - बीएलए (Baloch Liberation Army - BLA) को आतंकी संगठन घोषित करने का फैसला लिया था। हालांकि अब इस मामले में अमेरिका ने पाकिस्तान को धोखा दे दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की मीटिंग में अमेरिका ने पाकिस्तान-चीन (China) के उस संयुक्त प्रस्ताव पर रोक लगा दी है जिसमें बीएलए को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग उठाई गई थी।
ब्रिटेन (Britain) और फ्रांस (France) ने भी अमेरिका के इस विरोध का समर्थन किया। पाकिस्तान का कहना है कि बीएलए उनकी धरती पर आतंकी हमलों को अंजाम देता है और ऐसे में इसे आतंकी संगठन घोषित करना चाहिए, लेकिन अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के विरोध के चलते पाकिस्तान और चीन की मांग पूरी नहीं हो पाई।
अमेरिका ने यूएनएससी की मीटिंग में बीएलए को आतंकी संगठन घोषित करने की पाकिस्तान और चीन की मांग पर रोक लगाने का कारण भी बताया। अमेरिका ने कहा कि उसके पास बीएलए के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं हैं और ऐसे में उसे संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की लिस्ट में शामिल नहीं किया जा सकता।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में बीएलए अक्सर ही पाकिस्तानी सेना और पुलिस को निशाना बनाता है। बीएलए के लड़ाके समय-समय पर बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना और पुलिस पर हमला करते हैं, जिससे हर साल कई सैनिकों और पुलिसकर्मियों की मौत होती है।
Updated on:
19 Sept 2025 03:38 pm
Published on:
19 Sept 2025 03:35 pm
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