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अमेरिका क्यों बना रहा अंग्रेजी को आधिकारिक भाषा? राष्ट्रपति जल्द कार्यकारी आदेश पर करेंगे हस्ताक्षर

Donald Trump: अमेरिका में अभी तक संघीय स्तर पर कोई राजभाषा नहीं है लेकिन अंग्रेजी देश में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।

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भारत

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Ashib Khan

Mar 02, 2025

doland trump

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Donald Trump: अमेरिका की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी नहीं है। यह जानकर आपको थोड़ा अटपटा लगा होगा। अब अंग्रेजी को संघीय राजभाषा घोषित किया जा रहा है। अमेरिका के 250 साल पुराने संघीय इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अंग्रेजी को अमेरिका की आधिकारिक राजभाषा घाेषित करने के लिए जल्द ही कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने वाले हैं। जानते हैं अमेरिका में अंग्रेजी का क्या हाल और क्यों बन रही अब राजभाषा…

क्या अभी तक कोई राजभाषा है?

अमेरिका में अभी तक संघीय स्तर पर कोई राजभाषा नहीं है लेकिन अंग्रेजी देश में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। देश के 31 राज्यों ने राजकीय कार्यों में उपयोग के लिए अंग्रेजी को अपनी आधिकारिक भाषा के रूप में नामित किया है।

क्यों कर रहे फैसला?

अंग्रेजी को राजभाषा बनाने की मांग कई दशकों से हो रही है। राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान भी ट्रंप अमेरिका में दूसरी भाषाओं के इस्तेमाल की आलोचना कर चुके हैं। अंग्रेजी को राजभाषा बनााने के फैसले को ट्रंप के अवैध प्रवासियों के प्रति सख्त रवैये से भी जोड़ा जा रहा है। वैसे व्हाइट हाउस ने कहा है कि अंंग्रेजी को राजभाषा बनाने से एकता को बढ़ावा मिलेगा, सरकारी कामकाज में दक्षता आएगी और नागरिक सहभागिता बढ़ेगी। ट्रंप और जेलेंस्की में हुई बहस, देखें वीडियो…

कौनसी भाषा ज्यादा बोली जाती है?

अमेरिका में लोग गणतंत्र की स्थापना से पहले से ही अंग्रेजी के अतिरिक्त अन्य भाषाएं बोलते रहे हैं। वास्तव में, 13 उपनिवेशों में बोली जाने वाली आम भाषाओं में डच, फ्रेंच और जर्मन शामिल थीं। एक सर्वेक्षण के अनुसार, 78% अमेरिकी घरों में केवल अंग्रेजी बोली जाती है। दूसरे नंबर पर करीब 13 फीसदी लोग स्पेनिश भाषा बोलते हैं। इसके अलावा चीनी, टैगालोग, फ्रेंच, अरबी, कोरियाई और हिंदी बोलने वाले लोग भी हैं।

अंग्रेजी राजभाषा बनने से क्या होगा प्रभाव?

व्हाइट हाउस के मुताबिक अंग्रेजी राजभाषा बनने से एकता और सरकारी दक्षता बढ़ेगी। एक प्रभाव यह भी होगा कि संघीय धन प्राप्त करने वाली एजेंसियों में गैर-अंग्रेजी बोलने वालों को सहायता देने की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी। पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने संघीय एजेंसियों को गैर-अंग्रेजी भाषियों को भाषा सहायता प्रदान करना अनिवार्य बनाया था।

क्या पहले भी हुए प्रयास?

1981 में कैलिफोर्निया के सीनेटर एसआई हयाकावा ने सीनेट में एक संशोधन पेश किया था जो पारित नहीं हो पाया। सीनेट ने 2006 में फिर से प्रयास किया, लेकिन वह भी सफल नहीं हुआ।

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