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अफ्रीका में 12000 साल से शांत ज्वालामुखी फटा, राख के आगरा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश पहुंचने की संभावना

12,000 year cool volcano erupts in Africa दक्षिण अफ्रीका के इथियोपिया में ज्वालामुखी फटने का असर भारत पर पड़ रहा है। अरब सागर से होते हुए ज्वालामुखी की राख आगरा तक पहुंचेगी। इसका रास्ता भारत, नेपाल और तिब्बत में स्थित हिमालय पर्वत की ऊंची श्रृंखलाएं रोकेगी।

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इथियोपिया में फटा ज्वालामुखी (फोटो सोर्स- सीएसए कानपुर मौसम विभाग)

फोटो सोर्स- सीएसए कानपुर मौसम विभाग

12,000 year cool volcano erupts in Africa अफ्रीका के उत्तरी पूर्वी देश इथियोपिया में ज्वालामुखी 12000 साल से शांत पड़ा हुआ था। जो अचानक फट गया। इस दौरान काफी जोरदार विस्फोट भी हुआ। जिसकी राख अरब सागर होते हुए भारत की तरफ आ रही है, जो गुजरात और राजस्थान में दाखिल हो चुकी है। सीएसए कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एसएन सुनील पांडे ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इसके आगरा, हिसार, गुड़गांव की तरफ बढ़ने की संभावना है। आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश और आगरा तक राख पहुंच सकती है।

अफ्रीका में ज्वालामुखी फटा, असर आगरा में

उत्तर प्रदेश के आगरा में अफ्रीका के उत्तरी पूर्वी देश इथियोपिया में ज्वालामुखी फटा है। हेली गुब्बी ज्वालामुखी पिछले 12000 साल से शांत था। जिसमें विस्फोट हुआ है। मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एसएन सुनील पांडे ने बताया कि इसकी राख सीधे अरब सागर से होते हुए भारत तक पहुंचेगी। गुजरात और राजस्थान के रास्ते ज्वालामुखी की राख पहुंची है। अब पश्चिमी राजस्थान से आगे बढ़ते हुए मध्य राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली पर भी अपना असर दिखाएगा‌।

हिमालय पर्वत श्रृंखला रोकेगी राख का रास्ता

उन्होंने बताया कि ज्वालामुखी की राख की ऊंचाई बादल की ऊंचाई से बहुत ज्यादा है। जो 12 घंटे में 3500 किलोमीटर का रास्ता तय करके भारत पहुंची है। जेट की चपेट में आने से इसकी गति और तेज हो गई है। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि ज्वालामुखी की राख हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और नेपाल के ऊपरी हिमालय पर्वत से टकराकर बर्फ पर गिर सकती है। तिब्बत में भी इसका असर दिखाई पड़ सकता है। जमीनी स्तर पर कोई नुकसान नहीं होगा। लेकिन यह राख जहां बैठेगी। वहां के पानी को नुकसान कर सकती है। ‌