29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

लॉकडाउन में पैरोल पर छोड़े गए 85 सजायाफ्ता बंदी नहीं लौटे जेल

Highlights - आगरा जेल से लॉकडाउन के दौरान छोड़े गए थे 114 बंदी - पैरोल अवधि खत्म होने के बाद भी जेल नहीं पहुंचे 85 बंदी - जेल अधीक्षक ने पुलिस अधिकारियों को लिखा पत्र

less than 1 minute read
Google source verification

आगरा

image

lokesh verma

Nov 29, 2020

central-jail-agra.jpg

आगरा. कोरोना महामारी के कारण लाॅकडाउन के दौरान जेलों से पैरोल पर छोड़े गए सजायाफ्ता बंदी लौटकर नहीं आ रहे हैं, जिसे लेकर जेल प्रशासन में हड़कंप की स्थित बन हुई है। इसी कड़ी में आगरा जिला जेल से लाॅकडाउन के दौरान 114 बंदियों को छोड़ा गया था, लेकिन पैरोले अवधिक समाप्त होने के बाद 85 कैदी नहीं लौटे हैं। जेल अधीक्षक शशिकांत मिश्रा का कहना है कि जेल प्रशासन की तरफ से बंदियों की जानकारी के लिए पुलिस अधिकारियों को पत्र भेजे गए हैं।

यह भी पढ़ें- गजब! अब आर्मी के खोजी कुत्ते सूंघकर बताएंगे इंसान में कोरोना है या नहीं

उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार ने लॉकडाउन लागू किया था। कोरोना संक्रमण के चलते अप्रैल में सात वर्ष से कम सजा के मामले में सजा काट रहे बंदियों को पैरोल पर छोड़ने के आदेश जारी किए गए थे। उसी आदेश के तहत आगरा जिला जेल से 9 अप्रैल को 114 बंदियों को छोड़ दिया गया था। जेल अधीक्षक के मुताबिक पैरोल अवधि समाप्त हाेने यानी बंदियों को 13 और 21 नवंबर तक वापस आ जाना चाहिए था। उन्होंने बताया कि इनमें से 9 बंदियों की रिहाई हो गई है। वहीं, 9 बंदियों की किसी अन्य मामले में सुनवाई थी, जिनमें से चार हाजिर हुए। जबकि शनिवार तक 7 और बंदी हाजिर हो गए। लेकिन, 85 बंदी अभी तक वापस नहीं आए हैं।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। प्रत्येक बंदी को पहले अस्थायी जेल में रखा जाएगा। जहां कोरोना की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें जेल में दाखिल किया जाएगा।

यह भी पढ़ें- स्कूलों में कोरोना का कहर: आधा दर्जन शिक्षक और 8 छात्र मिले संक्रमित, अभिभावकों में दहशत