फूस की कोठी परिसर में बीती 21 मई को हथिनी की मौत हो गई थी। सूचना मिलने पर वन विभाग टीम शव के पोस्टमार्टम के लिए पहुंची। पूछताछ में टक्कर से हथिनी के घायल होने और निजी स्तर पर इलाज कराना बताया गया था। विभाग ने वन्य जीव अधिनियम 1972 के तहत उसके खिलाफ मामला दर्ज किया। इस दौरान संचालकों ने सुमन को चुपचाप रवाना कर दिया था। विभाग की टीम बीती 23 मई को जब्त कर वापस अजमेर ले आई।
मादा हथिनी सुमन करीब 19 साल की बताई गई। इस दौरान मालिक ने अग्रिम जमानत के लिए अधीनस्थ अदालत में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। जिस अदालत ने खारिज करते हुए वन विभाग को हथिनी को राष्ट्रीय अभ्यारण्य में भेजने आदेश दिए थे। हथिनी की मालिक रेखा देवी ने मुख्तयार महेंद्र कुमार की ओर से वकील प्रशांत शर्मा ने अधीनस्थ अदालत आदेश के खिलाफ सेशन अदालत में निगरानी याचिका लगाई।
अदालत ने महेंद्र कुमार द्वारा 50 हजार रुपए सुपुर्दगीनामे पर हथिनी को याचिकार्ता के सुपुर्द करने के आदेश दिए। अदालत ने अपने आदेश में हथिनी सुमन के प्रत्येक छह माह में पशु चिकित्सक से स्वास्थ्य जांच कराने, प्रकरण के निस्तारण तक किसी अन्य को विक्रय नहीं करने के निर्देश भी दिए।
राजकोष पर पड़ रहा था भार वन विभाग ने हथिनी सुमन को घूघरा पौधशाला में रखा हुआ। इसके लिए बीते साढ़े तीन महीने से हथिनी के लिए चारे-पानी का प्रबंध करना पड़ रहा था। जिससे राजकोष पर भार पड़ रहा था। अदालत के आदेश पर अब हथिनी को सुपुर्दगी पर छोड़ा जाएगा।
लगातार घटती जा रही है बरसात…. भादौ की घटाएं आसमान पर मंडराती रही। धूप-छांव का दौर चला। सुबह हवा चलने से कुछ राहत रही। मानसून की सुस्ती कायम है।
बीते सप्ताह भिगोने वाली घटाएं सुबह से आसमान पर मंडराती दिखी। सुबह से ही बादलों का जमावड़ा रहा। सुबह हवा चलने से मौसम सामान्य रहा। बादलों के छितराने पर धूप-छांव चलती रही। कुछ इलाकों में मामूली बूंदें गिरी।
बीते सप्ताह भिगोने वाली घटाएं सुबह से आसमान पर मंडराती दिखी। सुबह से ही बादलों का जमावड़ा रहा। सुबह हवा चलने से मौसम सामान्य रहा। बादलों के छितराने पर धूप-छांव चलती रही। कुछ इलाकों में मामूली बूंदें गिरी।