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Rajasthan: अरावली की पहाड़ियों के बीच अजमेर संभाग की पहली लेपर्ड सफारी, पर्यटक देख सकेंगे मूवमेंट

राजस्थान में रणथम्भौर और सरिस्का टाइगर रिजर्व की तरह जल्द अरावली-नाग पहाड़ में पर्यटक लेपर्ड मूवमेंट देख सकेंगे। अजमेर संभाग में काजीपुरा में बनने वाली पहली लेपर्ड सफारी के लिए वन विभाग ने 20 करोड़ रुपए का प्रस्ताव सरकार को भेजा है। इसके तहत पहले चरण में 3 करोड़ रुपए की मंजूरी मिल गई है।

अजमेर संभाग में काजीपुरा लेपर्ड सफारी, प्रतीकात्मक फोटो पत्रिका

Ajmer: राजस्थान में रणथम्भौर और सरिस्का टाइगर रिजर्व की तरह जल्द अरावली-नाग पहाड़ में पर्यटक लेपर्ड मूवमेंट देख सकेंगे। अजमेर संभाग में काजीपुरा में बनने वाली पहली लेपर्ड सफारी के लिए वन विभाग ने 20 करोड़ रुपए का प्रस्ताव सरकार को भेजा है। इसके तहत पहले चरण में 3 करोड़ रुपए की मंजूरी मिल गई है। राज्य सरकार ने 2024-25 के बजट में काजीपुरा लेपर्ड सफारी की घोषणा की थी। वन विभाग की अगुवाई में इसका प्रारंभिक कामकाज शुरू किया गया है।

अरावली की पहाड़ियों के मध्य लेपर्ड सफारी

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बताया कि लेपर्ड सफारी अरावली की पहाड़ियों के मध्य काजीपुरा में शुरू होगी। लेपर्ड सफारी की शुरुआत के लिए उन्होंने पहले चरण में 3 करोड़ की स्वीकृति जारी करवाई है। साथ ही पर्यटन स्थलों को जोड़ने के लिए भी ई-बसों से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। इन बसों को शहर के प्रमुख स्थानों के अलावा काजीपुरा लेपर्ड सफारी से भी जोड़ा जाएगा।

ये होंगे फायदे…

अजमेर संभाग की बनेगी पहली लेपर्ड सफारी
ओपन जिप्सी में भ्रमण की सुविधा
रिसर्च स्कॉलर्स कर सकेंगे शोध
जूलॉजी-बॉटनी के विद्यार्थी समझ सकेंगे जैव विविधिता

लुप्त प्राय: श्रेणी में लेपर्ड

लेपर्ड या तेंदुए को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम-1972 के तहत श्रेणी-प्रथम में शामिल किया गया है। यह लुप्त प्राय: श्रेणी में शामिल है। राज्य में इनकी संख्या 750 से 850 के बीच है। अजमेर जिले में पुष्कर, कोटड़ा-नाग पहाड़, तारागढ़ की पहाड़ियों, बड़ल्या, ब्यावर में टॉडगढ़, जवाजा और अन्य स्थानों लेपर्ड का मूवमेंट रहता है।

विभिन्न कार्य होंगे

प्रथम चरण में वित्त विभाग से तीन करोड़ रुपए मिलने हैं। इससे ट्रेक, टिकट विंडो और अन्य कार्य कराए जाएंगे।
ख्याति माथुर, सीसीएफ वन विभाग, अजमेर

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