
rain shavers in ajmer
अजमेर. आसोज की घटाओं (clouds) ने बुधवार को कुछेक इलाकों में फुहारें गिराई। बादल छाने और हवा चलने से मौसस सामान्य रहा। दोपहर में बादल छितराते ही धूप (sun shine) निकली। इससे हल्की गर्माहट भी महसूस हुई। अधिकतम तापमान 31.3 तथा न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री रहा।
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अलसुबह से ही घटाओं (black clouds) ने आसमान (sky) पर डेरा डाल दिया। सुबह करीब 6.30 बजे वैशाली नगर, माकड़वाली रोड, पंचशील, फायसागर और अन्य इलाकों में मामूली फुहारें (rain shavers) गिरी। राजा साइकिल, श्रीनगर रोड और अन्य के इलाकों में भी फुहारें (rain in ajmer) गिरी। शहर के सभी इलाकों में टपका-टपकी हुई। बादल छाए (clouds scatter) रहने और हवा (breeze) चलने से मौसम सामान्य (normal weather) रहा। दोपहर में बादल हटे तो सूरज निकला। शाम तक धूप खिली रही।
औसत से 345 मिलीमीटर ज्यादा बारिश
शहर की औसत बारिश (average rain) 550 मिलीमीटर मानी जाती है। मौसम विभाग के अनुसार शहर में अब तक 825 और सिंचाई विभाग (irrigation dept) के अनुसार 900 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। इस साल 1 जून से 25 सितंबर तक औसत बरसात से 345 मिलीमीटर बारिश हुई। सात साल बाद जिले ने औसत बरसात के आंकड़े को पार किया है।
देश की औसत बारिश के करीब
मानसून (monsoon) की चार माह की अवधि (जून से सितंबर) होती है। देश में सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों (states) की कुल औसत बारिश 1156 मिलीमीटर (प्रतिवर्ष) मानी गई है। अजमेर जिला (ajmer dsitrict) देश की औसत बारिश आंकड़े से 276 मिलीमीटर दूर है। मानसून मेहरबान रहा तो जिला यह आंकड़ा पार कर सकता है।
बरसात के ये हैं फायदे और नुकसान
-जिले के 90 फीसदी तालाब, बांध, एनिकटों में आया पानी
-अतिवृष्टि/ज्यादा बरसात से बढ़ेगा भूमिगत जलस्तर
-काश्तकारों और आमजन को मिलेगा सालभर पर्याप्त पानी
-पानी से टूटी सडक़ों की करानी पड़ेगी मरम्मत
-मैदानों/प्लॉटों में भरे पानी, सीलन-बदबू से बीमारियों की आशंका
Published on:
25 Sept 2019 04:27 pm
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