
सुशील कुमार
विधानसभा चुनाव में अलवर का पोस्टल बैलेट फाॅर्मूला लोकसभा चुनाव में पूरे देश में लागू होगा। इसके लिए अलवर को विशेष रूप से सम्मान मिला है। पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई। साथ ही वैध मतों के चलते मतदाताओं ने अपनी ताकत दिखाई। इस फाॅर्मूले की प्रस्तुति चुनाव आयोग के समक्ष की गई है। फाॅर्मूले के अध्ययन के बाद लोकसभा चुनाव में इसे आजमाया जाएगा। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत इसके जरिए बढ़ सकता है।
सफलता का प्रतिशत रहा 98
विधानसभा चुनाव में अलवर को 28 हजार पोस्टल बैलेट मिले थे। इन बैलेट के लिए इस तरह फाॅर्मूला सेट किया गया कि मतदाताओं से कम से कम गलतियां हों। वोट वैध हों। मिस मैच के दौरान मत रिजेक्ट होते हैं, लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ। फाॅर्म रिजेक्ट कम से कम हुए। पोस्टल बैलेट की सफलता का प्रतिशत यहां 98 प्रतिशत से अधिक रहा। चुनाव के बाद अलवर का रेकॉर्ड बेहतर मिला। सूचना आयोग ने इसका चयन किया तो इसके प्रस्तुतिकरण के लिए पोस्टल बैलेट के ओआइसी एवं प्रभारी सचिव यूआईटी भारत भूषण गोयल को बुलाया गया। इस प्रस्तुतिकरण में चुनाव आयोग की टीम के अलावा जयपुर, जोधपुर, बीकानेर के अधिकारी भी आए।
बन सकता है मतदान का रेकॉर्ड
अलवर के फाॅर्मूले के जरिए मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी की जा सकती है। इसलिए इस पर जोर दिया जा रहा है। ओआइसी पोस्टल बैलेट भारत भूषण गोयल का कहना है कि आयोग के समक्ष प्रस्तुति हो गई है। हमने इसके लिए बेहतर रणनीति बनाई, जिससे ज्यादा मत वैध हुए। लोकसभा चुनाव में भी जो कमियां रहीं हैं उनको दुरुस्त करते हुए रेकॉर्ड बनाया जाएगा।
Published on:
22 Jan 2024 07:36 am
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