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राजस्थान में भारी बारिश के बीच अभी भी प्यासा है बहरोड़ क्षेत्र, किसानों की चिंता बढ़ी

Rains in Behror, Rajasthan : बहरोड़ क्षेत्र में मानसून की बारिश में गिरावट देखने को मिली है। इस वर्ष मानसून के दौरान अभी तक क्षेत्र में महज 700 एमएम बारिश दर्ज हुई है, जो पिछले वर्ष के आंकड़े से भी कम है। इस बार बरसात का स्तर 700 एमएम भी पार नहीं कर पाया है। क्षेत्र में हर वर्ष 1000-1500 एमएम बारिश होनी चाहिए।

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अलवर

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Manoj Vashisth

Sep 23, 2023

Rains in Behror, Rajasthan

Rains in Behror, Rajasthan : बहरोड़ क्षेत्र में मानसून की बारिश में गिरावट देखने को मिली है।

Rains in Behror, Rajasthan : बहरोड़ क्षेत्र में मानसून की बारिश में गिरावट देखने को मिली है। इस वर्ष मानसून के दौरान अभी तक क्षेत्र में महज 700 एमएम बारिश दर्ज हुई है, जो पिछले वर्ष के आंकड़े से भी कम है। इस बार बरसात का स्तर 700 एमएम भी पार नहीं कर पाया है। क्षेत्र में हर वर्ष 1000-1500 एमएम बारिश होनी चाहिए।

जुलाई माह में हुई सर्वाधिक बारिश

राजस्व विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष मानसून के दौरान जुलाई माह में 386 एमएम बारिश दर्ज हुई है। जबकि अगस्त माह में महज 32 एमएम बारिश हुई है। वहीं 21 सितंबर तक क्षेत्र में 18 एमएम बारिश हो सकी है।

भूजल स्तर भी नीचे गिर रहा है

क्षेत्र में हर वर्ष लगातार बरसात की कमी के चलते भूजल स्तर भी नीचे गिरता जा रहा है। बरसात कम होने से क्षेत्र में कृषि पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। क्योंकि खरीफ की फसल बरसात पर निर्भर रहती है। खरीफ की फसलों को 800 से 1000 एमएम बरसात की जरूरत पड़ती है, लेकिन क्षेत्र में बरसात महज सात सौ एमएम हुई है।

किसानों की चिंता बढ़ी

किसानों ने बताया कि लगातार गिर रहे बरसात के स्तर के कारण अब कुएं व ट्यूबवेल भी सूखने लगे है। अगर आने वाले एक दो वर्ष इसी तरह से बरसात होती रही तो क्षेत्र के किसानों को अन्य काम धंधों की तलाश करनी पड़ेगी।