
इंटेलिजेंस टीम की गिरफ्त में मंगत सिंह। फोटो: पत्रिका
अलवर। राजस्थान इंटेलिजेंस सीआइडी के हत्थे चढ़े मंगत सिंह से खुफिया एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए जासूसी करने के आरोप में मंगत सिंह को इंटेलिजेंस की टीम ने अलवर के सूर्यनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। जासूस मंगत सिंह मूलत: गोविंदगढ़ का निवासी है। गोविंदगढ़ में मंगत सिंह पुत्र मरमत सिंह का अनाज मंडी के पीछे घर है। वह अलवर शहर में रिक्शा चलाता था तथा मुल्तान नगर में गुरुद्वारे के पास किराए के मकान में रहता था।
दो बेटियां व दो बेटों का पिता मंगत पिछले सप्ताह ही गोविंदगढ़ में अपने परिवार से मिलने गया था। उसकी दादी गोविंदगढ़ में रहती है और पिता उसके साथ अलवर में रहते हैं। मंगत सिंह अपने दोस्तों से कहता था कि पाकिस्तान की एक लड़की से मेरी गर्लफ्रेंड है। उससे फोन पर बात करता हूं। जल्दी ही तुम्हारे लिए नई भाभी लेकर आऊंगा।
अधिकारियों के अनुसार वह पाकिस्तानी महिला हैंडलर के हनी ट्रैप में फंसकर पैसों के लालच में सेना संबंधी व अन्य सामरिक स्थलों की संवेदनशील सूचनाएं पाकिस्तान भेज रहा था। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने धन और व्यक्तिगत लाभ के लिए कई बार संवेदनशील सूचनाएं विदेशी एजेंसियों तक पहुंचाई थीं। आगे की जांच जारी है।
करीब दो साल पहले मंगत सिंह के मोबाइल की घंटी बजी, तो उसे एक महिला की आवाज सुनाई दी। कॉल करने वाली महिला ने अपना नाम ईशा शर्मा बताया और उससे मीठी-मीठी बातें की। अगले दिन फिर से उस महिला ने मंगत सिंह को फोन किया और इसके बाद यह सिलसिला लगातार जारी रहा। इसी दौरान फोन करने वाली महिला ने मंगत सिंह को बता दिया कि वह पाकिस्तान में रहती है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए काम करने वाली इस पाकिस्तानी महिला हैंडलर ने मंगत सिंह को पैसों का लालच देकर सेना की अलवर छावनी व सामरिक स्थलों की गोपनीय जानकारी मांगी, तो मंगत सिंह उसे उक्त जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से देने लगा।
मंगत सिंह पिछले करीब दो साल से पाकिस्तानी महिला हैंडलर के संपर्क में था। वह उससे फोन पर बात करता था। साथ ही सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारी उसके साथ शेयर करता था। इधर, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहले से अलर्ट मोड पर चल रही इंटेलिजेंस की टीम को जानकारी मिली कि कोई व्यक्ति एनसीआर और अलवर के अत्यंत महत्वपूर्ण सामरिक एवं संवेदनशील क्षेत्र की गोपनीय जानकारी पाकिस्तान में शेयर कर रहा है। इसके बाद अलवर स्थित छावनी क्षेत्र की निगरानी के दौरान मंगत सिंह की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। इंटेलिजेंस की टीम ने मंगत सिंह पर कड़ी नजर रखना शुरू किया और पूरी तरह पुष्टि होने के बाद उसे धर-दबोचा।
एजेंसियों ने गिरफ्तारी से पहले मंगत सिंह के मोबाइल की गहन जांच की। जांच में सामने आया कि वह दो साल से पाकिस्तानी महिला हैंडलर के संपर्क में था। इसके बाद 10 अक्टूबर को जयपुर में उसके खिलाफ केस दर्ज कराया और अलवर से उसे गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद से मंगत सिंह जयपुर में है। शुक्रवार को उसके परिजन जयपुर में उससे मिलकर आए। परिवार वालों का कहना है कि कुछ दिन पहले उसका और पाकिस्तानी महिला के बीच विवाद हो गया था।
Updated on:
12 Oct 2025 02:34 pm
Published on:
12 Oct 2025 10:51 am
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