
ब्रह्माणी माता के दर्शन के बाद श्रद्धालु। फोटो: पत्रिका
अलवर। हिमाचल में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण मणिमहेश यात्रा को सरकार ने स्थगित कर दिया है। मगर अलवर से यात्रा पर गए 17 युवा श्रद्धालु भरमौर में फंसे हैं। तीन-चार दिन से इन यात्रियों से कोई संपर्क स्थापित नहीं हो पाया तो परिवारजनों की सांसें ऊपर-नीचे होती रही।
लेकिन चंपा जिले के एसडीएम कार्यालय से गुरुवार को यात्री हिमांशु के भाई अभिषेक के पास फोन आया है। जहां से सभी यात्रियों के सुरक्षित होने की जानकारी दी गई है। हालांकि परिजन प्रशासन से गुहार कर रहे हैं कि सभी यात्रियों को वापस लाने में मदद करें।
अभिषेक ने बताया कि हिमांशु के साथ गए लादिया निवासी भारत शर्मा ने 25 अगस्त को रात पौने आठ बजे फोन किया था। वह इतना ही बता पाया कि वे भरमौर में हैं, लेकिन गुरुवार सुबह 3 बजे उसके पास चंपा जिले के एसडीएम कार्यालय से फोन आया था। फोनकर्ता ने बताया कि राजस्थान के तुम्हारे लोग सुरक्षित हैं, भरमौर से चंबा तक सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त होने से यात्रा रद्द कर दी गई है।
श्रद्धालुओं का दल 20 अगस्त को रात 11 बजे पूजा एक्सप्रेस ट्रेन से पठानकोट के लिए रवाना हुआ था। दल ने 22 को भरमौर में विश्राम के बाद 23 को ब्रह्माणी माता के दर्शन किए। अगले दिन 24 अगस्त को मणिमहेश की पैदल यात्रा के लिए रवाना हुए। इस दौरान करीब 5 किलोमीटर सफर तय कर हड़सर के पास पहुंचे ही थे कि सुंदरावली में बादल फटने की सूचना मिली। इसके बाद वे यात्रा को रोककर वापस लौट गए।
लादिया मोहल्ला निवासी भारत शर्मा, मन्नी का बड़ निवासी विजेन्द्र शर्मा, मनुमार्ग निवासी हिमांशु, काली मोरी निवासी गौरव सैनी व विवेक सैनी, तिजारा फाटक निवासी अमित कुमार, बुद्धविहार निवासी डालचंद, स्कीम नंबर 4 निवासी हेमंत सैनी, स्वर्ग रोड निवासी नकुल सैनी, शिवाजी पार्क निवासी विशाल जैन, बिलौची का कुआं निवासी पवन हाड़ा व तुषार गुप्ता, अग्रसेन सर्किल निवासी मुनावर बेग, फूटी खेल निवासी आशीष सैनी, बिच्छू की गली निवासी छोटू सैनी और स्कीम नंबर एक निवासी आदित्य शर्मा शामिल हैं।
काली मोरी निवासी गजेन्द्र सैनी ने बताया कि उनके दो बच्चे गौरव और विवेक यात्रा पर गए थे। अब वे किस हालत में हैं, कोई जानकारी नहीं है। बच्चों की चिंता हो रही है। प्रशासन से अपील है कि उनकी मदद करे।
बिलौची का कुआं निवासी कोमल ने बताया कि उसके पति पवन से 4-5 दिन से कोई बातचीत नहीं हुई है। उनके दो छोटी बेटियां हैं। पूरे परिवार को चिंता हो रही है। रिश्तेदार भी फोन कर जानकारी कर रहे हैं।
स्वर्ग रोड निवासी दीपक सैनी ने बताया कि उसका भाई नकुल छुट्टी लेकर सात दिन के लिए मणिमहेश की यात्रा पर गया था। अभी तक बातचीत नहीं हो सकी है, इसके कारण पूरा परिवार परेशान है।
Published on:
29 Aug 2025 09:30 am
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