दोपहर सवा दो बजे तक स्नातक के ड्यू पेपरों के परिणाम नहीं आने पर 6 विद्यार्थी विश्वविद्यालय के भवन की छत पर पहुंच गए और इन्होंने खूब नारेबाजी की। तेज धूप में नारेबाजी करने के बाद भी विश्वविद्यालय का एक भी अधिकारी व कर्मचारी इन्हें समझाने के लिए नहीं आया। मत्स्य विश्वविद्यालय संघर्ष समिति के संयोजक विष्णु चावड़ा ने इस मामले में विश्वविद्यालय के अधिकारियों से बातचीत की। समझाने- बुझाने के बाद ये विद्यार्थी नीचे आ गए जिन्हें शाम तक परिणाम आने का आश्वासन दिया गया। ये वे विद्यार्थी थे जिनके स्नातक के ड्यू पेपर का परिणाम नहीं आया और उन्हें बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश
लेना है।
इसलिए बने ऐसे हालात इस वर्ष स्नातक के ड्यू पेपरों का परिणाम समय पर घोषित नहीं किया गया। इसी समय बीएड पाठ्यक्रमों में प्रवेश की आखिरी तारीख आ गई। ऐसे में विश्वविद्यालय ने आदेश जारी कर दिया कि इन विद्यार्थियों का प्रवेश ले लिया जाए, ये विद्यार्थी बाद में अंक तालिका जमा करा देंगे। विश्वविद्यालय के इन आदेशों को बीएड कॉलेजों ने मानने से इनकार कर दिया। बीएड कॉलेजों का कहना था कि बाद में यदि ये विद्यार्थी फेल हो गए तो उनकी सीट खराब हो जाएगी। ऐसे में विद्यार्थी आए दिन विश्वविद्यालय के चक्कर
लगाने लगे।
विद्यार्थियों की रही भीड़ मत्स्य विश्वविद्यालय में सुबह से ही ड्यू पेपर के परिणाम जारी करने की आस में विद्यार्थियों की भीड़ रही। इन सभी का बीड पाठ्यक्रम की पात्रता परीक्षा में प्रवेश हो गया है।
राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय में परेशान विद्यार्थियों का कहना था कि विश्वविद्यालय की गलतियों का खामियाजा उन्हें उठाना पड़ रहा है। यहां कई कक्षाओं के ड्यू पेपरों का परिणाम नही आया है। विश्वविद्यालय की गलतियों को विद्यार्थी भुगत रहे हैं।