इधर, स्कूल के प्रधानाचार्य टीपी मीणा की ओर से भी राजगढ़ के एसडीएम को पत्र लिखकर खेल मैदान की भूमि का सीमांकन करवाने की मांग की गई है। जानकारी के अनुसार देवती-टहला मेन रोड से लगती इस भूमि पर अतिक्रमण से चार सौ साल पुराने भैरव मंदिर, जोहड़ व स्कूल के खेल मैदान सहित काश्तकारों के रास्ते बंद हो गए हैं। लोगों का मंदिर जाना तक बंद हो गया और मवेशी जोहड़ में पानी पीने को तरस गए हैं।
ग्रामीण ईश्वर मीणा व अन्य ने बताया कि 4 जुलाई से अतिक्रमण की शुरुआत के साथ ही प्रशासन को सूचना दी गई लेकिन प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। 7 जुलाई की रात को अतिक्रमण व निर्माण के चलते ग्रामीणों ने इसकी सूचना टहला थाने पर दी तो पुलिस देर रात मौके पर पहुंची। मौके पर जमा बड़ी संख्या में महिला-पुरुषों व अतिक्रमियों ने पुलिस को उलटे पांव लौटने को मजबूर कर दिया।
गौरतलब है कि जब से देवती गांव से होकर स्टेट हाईवे निकला है तबसे यहां लोगों में गोचर व सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करने की होड मची है। मामले में शुक्रवार को जब टहला थानाधिकारी से मामले की जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि पुलिस के साथ हाथापाई करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उधर, सरपंच को राजगढ़ तहसीलदार ने पटवारी की रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही कार्रवाई का आश्वासन दिया है।