
Bookie Satyam Keshari arrested (Photo- Patrika)
अंबिकापुर. क्रिकेट मैच के दौरान ऑनलाइन अवैध सट्टे के कारोबार में संलिप्त मुख्य आरोपी सत्यम को कोतवाली पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार (Bookie arrested) किया है। आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था। उसका कुछ दिन पूर्व एक वीडियो भी वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में उसने आरक्षक प्रवींद्र सिंह समेत अन्य का नाम भी लिया था। हालांकि पुलिस पूर्व में 3 सटोरियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इसके अलावा कई म्यूल खाताधारकों पर भी कार्रवाई की जा चुकी है।
सरगुजा में अवैध सट्टे का कारोबार लंबे समय से चल रहा है। मुख्य सटोरिए आयुष सिन्हा उर्फ दीप सिन्हा, अमित मिश्रा उर्फ पहलू व शुभम केशरी (Bookie arrested) तीनों अपने परिचित लोगों को स्काई एक्सचेंज लिंक भेजकर आईपीएल मैचों में सट्टा लगवाते थे। ये गुजरात टाइटंस व कोलकता नाइट राइडर्स के बीच चल रहे टी-20 मैच में ऑनलाइन सट्टा खेलवा रहे थे।
पुलिस ने मई महीने में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं आरोपी सत्यम केशरी (Bookie arrested) फरार चल रहा था, जिसे पुलिस लंबे समय से तलाश कर रही थी। वहीं एसपी राजेश अग्रवाल ने सत्यम केशरी को गिरफ्तार करने के लिए साइबर सेल व कोतवाली पुलिस की टीम गठित की थी।
इसी क्रम में साइबर सेल व पुलिस टीम ने काफी मशक्कत के बाद आरोपी को झारखण्ड (Bookie arrested) से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी सत्यम केशरी उम्र 26 वर्ष निवासी सतीपारा अंबिकापुर के खिलाफ कार्रवाई कर जेल दाखिल कर दिया है।
अवैध सट्टे के कारोबार में लिप्त सटोरिया सत्यम केशरी (Bookie arrested) द्वारा क्रिकेट मैच में सट्टा लगाकर अवैध रूप से पैसे कमा रहा था। आरोपी अपना एवं अपने जान-पहचान के लोगों से धोखाधड़ी कर उनका खाता, एटीएम कार्ड, चेक बुक, मोबाइल नंबर लेकर अवैध सट्टे के धंधे में रकम लेन-देन किया जाता था। आरोपी द्वारा लगभग 60 फर्जी खाता धारकों का खाता खुलवाकर उपयोग किया जा रहा था।
सत्यम केशरी का एक पुराना वीडियो करीब एक महीने पूर्व वायरल (Bookie arrested) हुआ था। इसमें उसने बताया था कि पुलिस विभाग में पदस्थ आरक्षक प्रवींद्र सिंह समेत अन्य पर सट्टा खिलवाने का आरोप लगाया था।
एक महीने बाद जब उसने सट्टे का काम करने से मना किया तो आरक्षक द्वारा उसे धमकी दी गई थी। इस वीडियो के सामने आने के बाद आरक्षक ने जहर का सेवन कर लिया था, उसे इलाज के लिए रायपुर ले जाया गया था, इसके बाद से आरक्षक का पता नहीं चल रहा है।
Updated on:
10 Sept 2025 08:42 pm
Published on:
10 Sept 2025 08:28 pm
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