
Police in Coal depot
अंबिकापुर. सूरजपुर जिले के महान-2 खदान से ओडिशा के लिए कोयला लोड कर निकले 17 ट्रक ग्राम बटवाही स्थित कोल व्यवसायी के डिपो में खड़े मिले थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने डिपो में दबिश दी तो उनकी आंखें फटी रह गईं। ट्रकों में लोड गुणवत्ता वाले कोयले में हेराफेरी कर गुणवत्ताहीन कोयला लोड कर बाहर भेजे जाने का खेल लंबे समय से चल रहा था।
इससे कोल डिपो संचालक को लाखों रुपए की काली कमाई होती थी। सरगुजा एसपी के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई में करीब 400 टन कोयला जब्त किया गया है। मामले में पुलिस ने कोल डिपो संचालक व उसके पार्टनर सहित 6 लोगों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है। इनमें से पुलिस ने 5 को गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि महान-2 खदान से कोयला लोड कर 17 ट्रक ओडिशा जाने के लिए निकले थे। कोयले का डीओ सीधे ओडिशा के लिए जारी किया गया था। लेकिन सभी 17 ट्रक अंबिकापुर-रायगढ़ एनएच पर स्थित ग्राम बटवाही स्थित कोल व्यवसायी विनोद अग्रवाल के डिपो में खड़े मिले। सूत्रों के अनुसार इन ट्रकों में लोड गुणवत्तायुक्त कोयले को डिपो में उतारकर वहां मौजूद क्रसिंग कोयले को लोड कर भेजने की योजना थी।
बताया जा रहा है कि कोल व्यवसायी द्वारा ऐसा लंबे समय से किया जा रहा था। खदान से कोयला लोड होकर निकलने वाले ट्रक का मार्ग परिवर्तित कर कोल डिपो ले जाया जाता था। मुखबिर से सूचना मिलने के बाद एसपी के निर्देश पर पुलिस व खनिज विभाग ने कोल डिपो संचालक के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की।
मामले में उन्होंने कोल डिपो संचालक विनोद अग्रवाल, संजय मित्तल, मिथलेश पांडेय, वरुण तिवारी, गुलजार, मो. मजीद, अंजनी पटेल व चंदेश्वर पैंकरा के खिलाफ धारा 407, 408, 420, 381 व 120 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इनमें से संजय मित्तल सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि संजय मित्तल व विनोद अग्रवाल दोनों बिजनेस पार्टनर हैं।
ये दोनों तक सुर्खियों में आए थे जब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने इनके घरों सहित कार्यालयों में महीनेभर पूर्व छापा मारा था। संजय मित्तल द्वारा अंबिकापुर में 32 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन बंगले को भी आईटी डिपार्टमेंट ने खंगाला था।
Published on:
07 Mar 2018 03:12 pm
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