
CG News: मुख्य सचिव से 14 दिन में रिपोर्ट तलब, शवगृह में लावारिस शवों के ढेर की जांच शुरू(photo-patrika)
अंबिकापुर. बलरामपुर जिला अस्पताल में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां 3 माह की बच्ची को बिना ऑक्सीजन लगाए एम्बुलेंस से अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। इस दौरान रास्ते में बच्ची की मौत (Girl child death case) हो गई। मामले में ड्यूटी पर तैनात 2 कर्मचारियों को जेडी (हेल्थ) डॉ. अनिल शुक्ला ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दोनों कर्मचारियों द्वारा बड़ी लापरवाही बरती गई थी।
बलरामपुर जिले के ग्राम पिंडरा निवासी सनम अगरिया की 3 माह (Girl child death case) की बेटी संजना अगरिया को मंगलवार को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसे निमोनिया के लक्षण थे, जिस पर शिशु रोग विशेषज्ञ ने तत्काल ऑक्सीजन लगाने और अंबिकापुर रेफर करने के निर्देश दिए।
इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने बच्ची को उसी एम्बुलेंस से भेजा, जो पहले से ही एक अन्य मरीज को ले जा रही थी। यही नहीं संजना की ऑक्सीजन भी हटा दी गई। अंबिकापुर ले जाने के दौरान रास्ते में बच्ची (Girl child death case) की तबियत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद देर रात परिजन ने अस्पताल पहुंचकर हंगामा किया और लापरवाही पर कार्रवाई की मांग की।
मामले (Girl child death case) की जांच बलरामपुर सीएमएचओ डॉ. बसंत सिंह ने की और जांच रिपोर्ट जेडी (हेल्थ) सरगुजा को सौंपी। जांच में दोषी पाए जाने पर स्टाफ नर्स नीता केशरी और स्वास्थ्य कर्मी सतीश अरकसेल को निलंबित कर दिया गया है। डॉ. शुक्ला ने अस्पताल के कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि ड्यूटी में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
Published on:
12 Sept 2025 08:16 pm
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