
Kumki Elephants decoration and worshipped (Photo source- Forest department)
अंबिकापुर। विश्व हाथी दिवस 2025 (World Elephant Day) के अवसर पर हाथी राहत एवं पुनर्वास केन्द्र रमकोला में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रतापपुर विधायक शकुंतला सिंह पोर्ते थीं। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त मुख्य वनसंरक्षक केआर बढ़ाई और मुख्य वनसंरक्षक सरगुजा वी. माथेश्वरन उपस्थित रहे। इस मौके पर स्कूली बच्चों और बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने आयोजन में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम में सभी कुमकी हाथियों (World Elephant Day) को फूल-मालाओं से सजाया गया और पूजा-अर्चना की गई। हाथियों को उनके पसंदीदा व्यंजन जैसे गन्ना, केला, पपीता, अनानास, नारियल, खिचड़ी, गुड़, मिठाई और उबला हुआ मीठा अनाज खिलाया गया। वन विभाग द्वारा स्कूली बच्चों के लिए निबंध, चित्रकला और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।
विजेताओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। मुख्य वनसंरक्षक संचालक गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व और हाथी विशेषज्ञ अमलेन्दु मिश्र ने हाथियों की बुद्धिमत्ता, उनके आवागमन के मार्ग, मानव-हाथी संघर्ष की रोकथाम के उपायों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम (World Elephant Day) में एलिफेंट रिजर्व सरगुजा के अधिकारी-कर्मचारी और मैदानी अमला भी मौजूद रहा।
विधायक शकुंतला पोर्ते ने कहा कि रमकोला क्षेत्र जल्द ही ऐतिहासिक पहचान बनाएगा क्योंकि तमोर पिंगला अभयारण्य को गुरु घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व घोषित किया गया है।
इससे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि हाथी गांवों में गणेश के रूप में पूजनीय हैं और उनके संरक्षण (World Elephant Day) के लिए जंगलों को बचाना अनिवार्य है।
Published on:
13 Aug 2025 08:06 pm
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