घर में बहू अनीता का शव जैसे ही पहुंचा, सास अन्नपूर्णा देवी अपने को रोक न सकीं। वे बहू के पार्थिव शरीर से लिपटकर रोने लगीं। परिजनों ने उन्हें संभालने की कोशिश की, लेकिन अचानक वे अचेत होकर गिर पड़ीं।
अजमेर। जिले के सरवाड़ कस्बे में बुधवार को एक ऐसी हृदयविदारक घटना घटी, जिसने पूरे मोहल्ले को गमगीन कर दिया। नाथ मोहल्ले में रहने वाले सुनील भटनागर के परिवार में मातम छा गया। बहू की मौत के कुछ ही घंटों बाद सास ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया।
जानकारी के अनुसार, सुनील भटनागर की पत्नी अनीता (42) पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थीं और उनका उपचार भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में चल रहा था। मंगलवार शाम उनकी हालत बिगड़ी और उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली। देर रात परिजन एम्बुलेंस से शव लेकर सरवाड़ पहुंचे।
घर में अनीता का शव जैसे ही पहुंचा, सास अन्नपूर्णा देवी (70) अपने को रोक न सकीं। वे बहू के पार्थिव शरीर से लिपटकर रोने लगीं। परिजनों ने उन्हें संभालने की कोशिश की, लेकिन अचानक वे अचेत होकर गिर पड़ीं। घबराए हुए परिवारजन तुरंत उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार पर दुखों का ऐसा पहाड़ टूटा कि मोहल्ले में सन्नाटा छा गया। सुबह जब बहू और सास की अंतिम यात्रा एक साथ निकली, तो हर आंख नम थी। पूरे कस्बे में यह मंजर देख भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। रिश्तों की गहराई और संवेदना का ऐसा उदाहरण लोगों को भीतर तक छू गया। इलाके के सभी लोग सास-बहू के प्रेम की चर्चा करते दिखे।
अन्नपूर्णा देवी की मौत को लेकर लोगों का कहना था कि उन्होंने बहू को बेटी की तरह अपनाया था। बहू की विदाई का गम वे सह नहीं सकीं। दोनों की अर्थियां जब एक साथ उठीं, तो पूरा मोहल्ला विलाप में डूब गया।