Chia Seed Milk Mask: चिया सीड्स और दूध का फेसपैक त्वचा को गहराई से पोषण देकर नेचुरल ग्लो लाता है। यह फेसपैक स्किन को हाइड्रेटेड, सॉफ्ट और ब्राइट बनाता है।
Chia Seed Milk Mask Benefits: अगर आप नेचुरल तरीके से चेहरे पर ग्लो पाना चाहती हैं, तो चिया सीड्स और दूध का फेसपैक आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। आजकल केमिकल प्रोडक्ट्स की बजाय लोग घरेलू और प्राकृतिक उपायों की ओर लौट रहे हैं, क्योंकि ये त्वचा को बिना नुकसान पहुंचाए उसकी खूबसूरती बढ़ाते हैं। चिया सीड्स में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर त्वचा को गहराई से पोषण देते हैं, वहीं दूध त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाने में मदद करता है। इन दोनों का फेसपैक त्वचा को हाइड्रेटेड रखता है और उसे चमकदार बनाने में मदद होता है। आइए जानते हैं इस फेसपैक को लगाने का तरीका और इसके फायदे।
चेहरे पर लाए चमक: चिया सीड्स में मौजूद फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को स्वस्थ रखते हैं। दूध में मौजूद लैक्टिक एसिड डेड स्किन को हटाता है। इन दोनों के मिश्रण से आपकी त्वचा चमकदार और तरोताजा नजर आती है।
डेड स्किन हटाकर बनाए मुलायम: चिया सीड्स के छोटे दाने त्वचा पर हल्का स्क्रब करते हैं और डेड कोशिकाओं को हटाते हैं। दूध त्वचा को मुलायम बनाता है। इससे आपकी त्वचा चिकनी और साफ दिखती है।
रूखापन दूर कर नमी बनाए रखे: चिया सीड्स त्वचा में नमी बनाए रखते हैं। दूध त्वचा को अंदर से हाइड्रेट करता है। यह फेसपैक लगाने से आपकी त्वचा नरम और मॉइश्चराइज्ड रहती है।
पिंपल्स और जलन से राहत दे: चिया सीड्स में सूजन कम करने वाले गुण होते हैं। दूध बैक्टीरिया से लड़ता है। इस पैक से पिंपल्स, लालिमा और खुजली में आराम मिलता है।
सामग्री
1 चम्मच चिया सीड्स
2 चम्मच कच्चा दूध
-सबसे पहले चिया सीड्स को पानी में 15-20 मिनट के लिए भिगो दें।
-जब ये जेल जैसा हो जाए, तो उसमें दूध मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बना लें।
-इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट के लिए छोड़ दें।
-इसके बाद हल्के हाथों से मसाज करें और सादे पानी से चेहरा धो लें।
अगर आप हफ्ते में 2-3 बार यह फेसपैक इस्तेमाल करेंगी, तो कुछ ही दिनों में फर्क नजर आने लगेगा। खासकर बदलते मौसम में जब त्वचा रूखी और बेजान लगने लगती है, तब यह फेसपैक बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।