Fennel Seeds Water: सौंफ का पानी पीने से शरीर के साथ-साथ त्वचा को भी कई तरीकों से फायदा पहुंच सकता है। रोजाना इसका सेवन करने से आप अपनी स्किन को बेदाग और ग्लोइंग बनाए रखने में मदद पा सकते हैं।
Fennel Seeds Water: गर्मी के दिनों में स्किन जल्दी डिहाइड्रेट हो जाती है, जिससे त्वचा रूखी और बेजान दिखने लगती है, और चेहरा काला पड़ने लगता है। ऐसे में अगर आप कुछ हाइड्रेटिंग ड्रिंक्स का सेवन करते हैं, जैसे कि सौंफ का पानी, तो यह शरीर को अंदर से ठंडक देने के साथ-साथ त्वचा का भी विशेष रूप से ख्याल रखता है।तो आइए जानते हैं सौंफ का पानी पीने के कुछ फायदे और इसका सही सेवन करने का तरीका।
गर्मियों में चेहरा और शरीर दोनों अधिक गर्म महसूस होते हैं। ऐसे में दोनों को ठंडा रखने के लिए सौंफ का पानी पीना बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन्स पाए जाते हैं ,सिर्फ इतनी ही नहीं एंटी-ऑक्सीडेंट भी प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। ये सभी त्वचा को हेल्दी रखने और कई त्वचा संबंधी समस्याओं को आपसे दूर रखने में मदद करते हैं।
सौंफ में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ने और क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत करने में सहायक होते हैं। इसके नियमित सेवन से शरीर डिटॉक्स होता है और खून साफ होता है, जिससे त्वचा में प्राकृतिक निखार आता है और पुराने दाग-धब्बे हल्के हो सकते हैं।
सौंफ का पानी स्किन को गहराई से साफ करता है और मुंहासों को कम करने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटी-एजिंग गुण उम्र के असर को धीमा करने में मदद करते हैं। आप चाहें तो सौंफ के पानी में कुछ बूंदें सौंफ के तेल की मिलाकर, उसमें ओटमील और शहद मिलाकर एक फेस पैक तैयार करें। इस पेस्ट को चेहरे पर 15–20 मिनट लगाकर फिर धो लें। इससे त्वचा साफ, नर्म और तरोताजा महसूस होगी।
-एक चम्मच सौंफ को 200ml पानी में रातभर भिगोकर रखें।
-सुबह इस पानी को छान लें और खाली पेट पिएं।
-चाहें तो सौंफ को थोड़े पानी में उबालकर उसका अर्क भी तैयार किया जा सकता है।
-स्वाद अनुसार इसमें शहद और कुछ बूंदें नींबू का रस मिलाकर पिएं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।