Vitamin C: निखार के लिए आजकल हम सभी विटामिन C सीरम का उपयोग करते हैं, और कुछ लोग विटामिन C युक्त चीजें खाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि इनमें से कौन बेहतर रिजल्ट दे सकता है? अगर नहीं, तो आइए जानते हैं।
Vitamin C: विटामिन C स्किनकेयर में एक चर्चित तत्व है, जो त्वचा को जवां और चमकदार बनाने में मदद करता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या इसे खाने से अधिक फायदा होता है या चेहरे पर लगाने से? क्या फल और सप्लीमेंट लेना बेहतर रहेगा या फिर सीरम और क्रीम से जल्दी असर दिखेगा?इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने बात की ब्यूटी एक्सपर्ट मनप्रीत खन्ना से। बातचीत में उन्होंने बताया कि आपकी त्वचा के लिए कौन-सा तरीका सबसे ज्यादा असरदार साबित हो सकता है।
ब्यूटी एक्सपर्ट मनप्रीत खन्ना के अनुसार, विटामिन C को लेकर दोनों तरीकों के अपने-अपने फायदे हैं ।खाना भी और चेहरे पर लगाना भी। लेकिन अगर आप चेहरे पर जल्दी असर देखना चाहते हैं, तो विटामिन C सीरम को स्किन पर लगाना एक प्रभावशाली उपाय हो सकता है। खासतौर पर रात के समय इसका उपयोग करना ज्यादा असरदार होता है, क्योंकि तब स्किन खुद को रिपेयर करने की प्रक्रिया में होती है।
विटामिन C युक्त फलों और सब्जियों जैसे आंवला, संतरा, कीवी, नींबू पपीता और विटामिन सी कैप्सूल को नियमित रूप से डाइट में शामिल करने से त्वचा को अंदर से पोषण मिलता है। यह कोलेजन प्रोडक्शन बढ़ाने में मदद करता है, जिससे त्वचा की कसावट बनी रहती है और झुर्रियां कम होती हैं। साथ ही यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है, जिससे स्किन इंफेक्शन से भी बची रहती है।
विटामिन C सीरम या क्रीम का टॉपिकल उपयोग सीधे त्वचा की सतह पर असर करता है। यह डार्क स्पॉट्स, पिग्मेंटेशन, सन डैमेज और अनईवन स्किन टोन को सुधारने में मदद करता है। स्किन ब्राइट होती है और उसमें इंस्टेंट ग्लो आता है।
अगर आप बेहतर रिजल्ट चाहते हैं, तो केवल एक तरीका अपनाने के बजाय दोनों को मिलाकर इस्तेमाल करें। यानी न सिर्फ विटामिन C से भरपूर आहार लें, बल्कि स्किन पर इसका टॉपिकल उपयोग भी करें। साथ ही विटामिन C युक्त फलों का सेवन आपकी त्वचा को निखारने के साथ-साथ आपकी इम्युनिटी को भी बेहतर बनाएगा। इस दोहरे फॉर्मूले से स्किन पर ग्लो, चमक और जवांपन लंबे समय तक बना रहेगा।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।