हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर सीधा वार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश हर मोर्चे पर कमजोर हुआ है। अग्नि देवता तक नाराज हैं।
बीकानेर। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के स्थापना दिवस पर मंगलवार को बीकानेर में पार्टी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। बेनीवाल ने कहा, जो खेती करता है, वही सच्चा किसान है। किसानों के हक में हमेशा सड़क पर उतरने को तैयार हूं। जवान की बात आई, तो अग्निवीर योजना के खिलाफ भी लड़ाई फाइनल तक लड़ रहा हूं।
पॉलिटेक्निक कॉलेज मैदान में हुई महारैली में बेनीवाल ने कहा, दिल्ली में जब किसानों पर अन्याय हुआ, तो मैंने सत्ता छोड़ी, किसानों के साथ धरने पर बैठा। आज भी वही जज्बा है। जब लड़ता हूं, तो फाइनल तक लड़ता हूं, सेमीफाइनल नहीं खेलता। उन्होंने कहा कि जवान-किसान की लड़ाई लड़ने के लिए सचिवालय से लेकर दिल्ली तक जाने को तैयार हूं।
बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर सीधा वार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश हर मोर्चे पर कमजोर हुआ है। अग्नि देवता तक नाराज हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अपराध सिर चढ़ कर बोल रहा है, व्यापारियों से करोड़ों की फिरौती मांगी जा रही है। आरएलपी सुप्रीमो ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है। माफिया पनपाने वाले अधिकारियों को सरकार आगे बढ़ा रही है। यह शुरुआत ठीक नहीं है।
बेनीवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वर्तमान सीएम भजनलाल शर्मा दोनों पर हमला बोला। बोले…पहले कहा जाता था कि गहलोत और वसुंधरा मिले हुए हैं। अब लगता है गहलोत भजनलाल के साथ हैं। अपराधियों में इतना हौसला है कि वे अब सीएम और पुलिस अधिकारियों तक को धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान आज अपराध में देश में नंबर एक पर है और जनता को पूछना चाहिए कि यह हालात किसने पैदा किए।
बेनीवाल ने युवाओं से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए कहा, 127 दिन संघर्ष किया, तब जाकर फर्जी थानेदार भर्ती रद्द कराई। आरपीएससी बोर्ड को बदलने पर मजबूर किया। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे उठ खड़े हों और माफिया राज के खिलाफ संघर्ष करें। बेनीवाल ने घोषणा की कि आरएलपी की अगली बड़ी रैली मारवाड़ में होगी। खनन माफिया और भूमाफिया के खिलाफ निर्णायक लड़ाई वहीं से शुरू की जाएगी।
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कार्यक्रम के अंत में बेनीवाल ने मंच से भीड़ से सवाल किया, पंचायत चुनाव लड़ना है या नहीं? भीड़ ने एकस्वर में जवाब दिया हां, लड़ना है। इसके बाद उन्होंने श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बाड़मेर और जोधपुर का नाम लेकर कार्यकर्ताओं की मौजूदगी का आह्वान किया।