बीकानेर के खाजूवाला और लूणकरनसर क्षेत्रों में PIA लिखे दो गुब्बारे मिलने और सीमा के पास एक संदिग्ध युवक पकड़ में आने से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
खाजूवाला/लूणकरनसर। भारत-पाक सीमा से लगे बीकानेर के खाजूवाला और लूणकरनसर क्षेत्रों में सुरक्षा संबंधी हलचल बढ़ गई है। एक ही दिन में दो अलग-अलग स्थानों पर पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) लिखा हुआ गुब्बारा मिलने के बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गईं।
इसी बीच सीमा के नजदीक घूम रहे एक संदिग्ध युवक को सेना ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया, जो पहले पाकिस्तान में रह चुका है और फिर से सीमा पार करने की कोशिश कर रहा था। लगातार तीन संदिग्ध घटनाओं के सामने आने से सुरक्षा एजेंसियां इनकी संभावित कड़ियों की तलाश में जुट गई हैं।
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे चक 6 एसएसएम, सीयासर चौगान क्षेत्र के खेतों में ग्रामीणों को एक बड़ा सफेद एयर बैलून मिला, जिस पर स्पष्ट रूप से पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) लिखा हुआ था। सूचना मिलने पर खाजूवाला पुलिस, बीएसएफ और खुफिया एजेंसियां मौके पर पहुंचीं। टीमों ने देर रात तक बैलून की जांच की। प्रारम्भिक परीक्षण में किसी विस्फोटक या संदिग्ध सामग्री की पुष्टि नहीं हुई।
उधर, लूणकरनसर तहसील के कांकड़वाला रोही स्थित चक 11 एमजीडी में भी शनिवार शाम एक और PIA लिखा हुआ गुब्बारा आसमान से गिरा। खेत में घास एकत्र कर रहे किसान गांधीराम बिश्नोई ने इसे देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। एसआई धर्मवीर धांगड़ और थानाधिकारी गणेश बिश्नोई टीम सहित मौके पर पहुंचे और गुब्बारे को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। यह क्षेत्र पाकिस्तान सीमा से करीब 200 किलोमीटर दूर है।
इसी दौरान खाजूवाला क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा, जिसने पहले पाकिस्तान में रहकर वापस भारत आने की बात स्वीकार की है। आर्मी ने इस युवक को 17 केवाईडी के पास संदिग्ध हालात में पकड़ा और पुलिस को सौंपा। थानाधिकारी सुरेंद्र प्रजापत के अनुसार, पकड़े गए व्यक्ति का नाम प्रशांत वेदम पुत्र बाबुराव वेदम, निवासी राजीव नगर, विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) है।
शुरुआती जांच में पता चला कि प्रशांत 2017 को 40 केवाईडी क्षेत्र से पाकिस्तान गया था। 31 जुलाई 2021 को अटारी बॉर्डर से भारत लौटा। अब फिर पाकिस्तान में प्रवेश करने की नीयत से सीमा पर पहुंचा था। सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ कर उसके इरादों, संपर्कों और उद्देश्य का पता लगाने में जुटी हैं।