Abhishek Bachchan On Aishwarya Rai Career: अभिषेक बच्चन से यह सवाल पूछा गया था कि शादी के बाद स्टारडम कम हो जाता है? ऐसे में उन्होंने अपनी पत्नी और धर्मेंद्र की पत्नी का उदाहरण दिया।
Abhishek Bachchan On Aishwarya Rai Career: बॉलीवुड के पावर कपल अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन की शादी 2007 में हुई थी। शादी के बाद से ही ऐश्वर्या ने फिल्मों में आना और काम करना बेहद कम कर दिया। उन्होंने अपने परिवार और ससुराल के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पहले रखा, उन्होंने 18 साल की शादी में गिनी चुनी ही फिल्में की हैं। अब ऐसे में अभिषेक बच्चन से पूछा गया कि अक्सर यह माना जाता है कि शादी और मां बनने के बाद एक्ट्रेस का करियर और फैन फॉलोइंग कम हो जाती है। इसपर एक्टर ने अपनी पत्नी ऐश्वर्या और हेमा मालिनी का जिक्र किया।
अभिषेक बच्चन ने पीपिंग मून से खास बातचीत की। इस दौरान उनसे पूछा गया था कि शादी और बच्चों के बाद एक सुपरस्टार एक्ट्रेस का करियर और फैन फॉलोइंग कम हो जाती है। अभिषेक बच्चन ने इस मिथक को पूरी तरह से खारिज कर दिया है, और इसके लिए उन्होंने अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय और दिग्गज एक्ट्रेस हेमा मालिनी के करियर को लेकर बात की।
अभिषेक ने इसका जवाब देते हुए कहा, "ऐश्वर्या ने 2011 में मां बनने के बाद भले ही फिल्मों की संख्या कम कर दी हो और 'क्वांटिटी के बजाय क्वालिटी' को चुना हो, लेकिन उनकी ग्लोबल पॉपुलैरिटी और स्टारडम में कोई कमी नहीं आई है। हमारी शादी को 18 साल हो गए हैं और मैंने ऐश्वर्या की फैन फॉलोइंग कम होते नहीं देखी।"
अभिषेक बच्चन ने आगे कहा, "मेरे दिमाग में पहला उदाहरण ऐश्वर्या का आता है, लेकिन हेमा जी को देखिए। वह पहली फीमेल सुपरस्टार हैं और शादी के बाद उनकी और भी हिट फिल्में आईं।" इस तरह, अभिषेक ने बताया कि प्रतिभा और लोकप्रियता शादी के बंधन से प्रभावित नहीं होती।
अभिषेक ने यह जरूर माना कि शादी और बच्चों के बाद जिंदगी में प्राथमिकताएं बदल जाती हैं। अपनी जिंदगी में आए बदलावों के बारे में बात करते हुए अभिषेक ने कहा, "बेशक ऐसा होता है। जब आपके लक्ष्य बदलते हैं, आपके कारण बदलते हैं, तो आपकी पसंद भी बदल जाएगी। आज मैं एक पिता हूं। मुझे अपने पूरे परिवार के लिए एक खास जिम्मेदारी महसूस होती है, इसलिए मैं उसी हिसाब से बदलूंगा।"
अभिषेक ने आगे कहा कि जिंदगी और हालात हमें बदलते हैं, और ऐसा ही होना भी चाहिए। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि कोई एक्टर अकेला रह सकता है और हर चीज के बारे में सिर्फ खुद के बारे में सोच सकता है।" उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई एक्टर यह सोचने लगे कि वह सबसे महान है, तो वहीं से खराबी शुरू होगी, क्योंकि वह संतुष्ट हो जाएगा और बेहतर नहीं बनेगा।