Dharmendra Last Film Ikkis: धर्मेंद्र का निधन उसी दिन हुआ जिस दिन उनकी आखिरी फिल्म 'इक्कीस' का पहला पोस्टर रिलीज हुआ था और उसमें धर्मेंद्र की आवाज लोगों को एक लंबे अरसे बाद सुनाई दी थी। अब खुद फिल्म के डायरेक्टर ने धर्मेंद्र को लेकर बात का है।
Dharmendra Last Film Ikkis: धर्मेंद्र ने सोमवार 24 नवंबर को दुनिया को अलविदा कहा था। जहां उनके निधन से पूरी इंडस्ट्री में मातम छाया हुआ है वहीं, उनकी आखिरी फिल्म भी इस समय चर्चा में बनी हुई है। यह फिल्म 25 दिसंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म के निर्देशक श्रीराम राघवन (Sriram Raghavan) हैं। इसी बीच डायरेक्टर ने धर्मेंद्र के साथ अपनी शूटिंग के अनुभव और उनके चार्म को लेकर बड़े खुलासे किए हैं।
श्रीराम राघवन ने PTI संग बातचीत की। इस दौरान उन्होंने धर्मेंद्र को लेकर खुलासा किया और बताया कि धर्मेंद्र की काम करने की क्षमता वाकई जादू वाली थी। उन्होंने कहा, 'इक्कीस' के सेट पर धर्मेंद्र जी थोड़े थके हुए आते थे, लेकिन जैसे ही कैमरा ऑन होता था, एकदम से उनका दूसरा रूप सामने आ जाता था। पूरी तरह चार्ज हो जाते थे। कोई जादू हो जाता था।
श्रीराम राघवन ने आगे धर्मेंद्र के किरदार पर बात की। उन्होंने बताया, "ये फिल्म 1971 के युद्ध के हीरो अरुण खेत्रपाल के जीवन पर आधारित है। धर्मेंद्र का रोल 'इक्कीस' की जान है। वह इस फिल्म में बहुत अच्छे लगे हैं। उम्मीद है यह फिल्म उनके लिए सबसे अच्छी श्रद्धांजलि बनेगी।" फिल्म का पोस्टर उसी दिन रिलीज किया गया जिस दिन धर्मेंद्र का निधन हुआ और उसे लोगों का खूब प्यार भी मिला था।
राघवन ने आगे अपनी और धर्मेंद्र की पहली मुलाकात का एक दिल छू लेने वाला किस्सा भी लोगों के साथ शेयर किया। उन्होंने कहा कि हम दोनों की मुलाकात साल 2007 में आई फिल्म 'जॉनी गद्दार' के समय हुई थी। मैं उस समय काफी घबराया हुआ था, क्योंकि धर्मेंद्र उस वक्त सांसद थे और फिल्मों से दूर थे।"
राघवन ने बताया कि उन्होंने धर्मेंद्र से कहा, "सर, मैं बहुत नर्वस हूं।" इस पर धर्मेंद्र ने मुस्कुराकर जवाब दिया, "नर्वस होना अच्छा है, इससे अलर्ट रहते हैं।" इस सहज शुरुआत के बाद, जब राघवन ने धर्मेंद्र को 'जॉनी गद्दार' की कहानी सुनाई, तो उन्हें बहुत मजा आया। धर्मेंद्र ने कहानी के दूसरे हिस्से को थोड़ा कमजोर बताया और सुझाव दिए, जिन्हें राघवन ने माना और फिल्म में बदलाव किए थे।