Asrani and Raj Kapoor: दिग्गज अभिनेता असरानी का दिवाली वाले दिन निधन हो गया। उनके एक करीबी मित्र ने एक इंटरव्यू में असरानी और राज कपूर के बीच हुए एक पुराने मनमुटाव का खुलासा किया। राज कपूर असरानी से मदद चाहते थे। उन्होंने मदद नहीं की, जिसके चलते राज कपूर ने उनके साथ काम ना करने की कसम खाई थी।
Asrani and Raj Kapoor Rift: हिंदी फिल्मों में अपने अभिनय से खास जगह बनाने वाले असरानी का 20 अक्टूबर 2025 को 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अंग्रेजों के जमाने के जेलर असरानी के निधन से अभिनय जगत में शोक की लहर है। वहीं, सोशल मीडिया पर असरानी के पुराने दोस्त का एक इंटरव्यू चल रहा है। इस इंटरव्यू में उन्होंने अपने दोस्त असरानी से जुड़े एक किस्से के बारे में बताया और बीते दिनों की यादें ताजा कीं। उन्होंने बताया कि शोमैन राज कपूर को असरानी से एक शिकायत थी और उन्होंने फैसला किया था कि वह असरानी के साथ कभी काम नहीं करेंगे।
असरानी के मित्र हनीफ जावेरी ने विक्की लालवानी के साथ हुए एक किस्से के बारे में बताया, जब असरानी इंडस्ट्री में नए थे, और उस समय का ये वाकया था। वो वक्त था जब राज कपूर अपने बेटे ऋषि कपूर को फिल्मों में लॉन्च करने की तैयारी कर रहे थे। मगर वो ये भी चाहते थे कि ऋषि कपूर फिल्मों में आने से पहले Poona Film Institute (FTII) में ट्रेनिंग लें।
इसके आगे जावेरी ने बताया कि 'फिल्म इंडस्ट्री में सब लोग ये बात जानते थे कि अगर कोई Poona Film Institute में ट्रेनिंग देता था तो वह थे असरानी।" हालांकि, इस संस्था में केवल उन्हें प्रवेश मिलता था जिनके पास न्यूनतम शैक्षनिक योग्यता हो जैसे HSC यानी 12वीं पास।
कम एजुकेशन के चलते जब ऋषि कपूर का FTII में एडमिशन रिजेक्ट हो गया तो राज कपूर ने असरानी को फोन किया और उनसे मदद मांगी कि वो अपने जानने वालों से कुछ बात करके ऋषि का वहां पर एडमिशन करवा दें। मगर काफी कोशिशों के बावजूद भी असरानी ऐसा नहीं कर पाए. यही वजह थी जिसके कारण राज कपूर और असरानी के बीच मनमुटाव हो गया।
इस घटना के बाद ही राज कपूर ने कसम खा ली कि वो असरानी को अपने किसी भी प्रोजेक्ट में शामिल नहीं करेंगे, वहीं, 'शोले' के अंग्रेजों के जमाने के जेलर ने भी फैसला कर लिया कि वो भी कभी राज कपूर के साथ कभी काम नहीं करेंगे।
राज कपूर और असरानी के बीच चल रहे मनमुटाव के बावजूद, ऋषि कपूर और असरानी के बीच अच्छी दोस्ती थी, और वो समय के साथ और भी गहरी होती गई। दोनों न केवल एक साथ काम करते थे बल्कि मुश्किल समय में एकदूसरे का सहारा भी बनते थे। दोनों की दोस्ती इतनी गहरी थी कि उन्होंने असरानी की फिल्म 'चला मुरारी हीरो बनने' के एक सीन के लिए RK Studios में शूट करने की सलाह दी क्योंकि सीन के लिए वो जगह परफेक्ट थी। इसमें खास बात ये थी कि ऋषि कपूर ने इसके लिए एक रुपया तक भी नहीं लिया था।