Juhi Chawla and Sunny Deol Kissing Scene: जब कोई फिल्म बनती है तो उससे जुड़े कई किस्से और कहानियां भी बनते हैं। कभी वो किस्से फिल्म की शूटिंग से जुड़े होते हैं तो कभी कलाकारों से। ऐसा ही एक किस्सा जूही चावला और सनी देओल से जुड़ा है, जब एक फिल्म में जूही चावला ने किसिंग सीन करने से कर दिया था इंकार और डायरेक्टर को याद दिला दिया था कॉन्ट्रैक्ट।
Juhi Chawla and Sunny Deol Kissing Scene: 90 के दशक में करिश्मा कपूर, सोनाली बेंद्रे, काजोल के अलावा एक और एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई। हम बात कर रहे हैं जूही चावला की। इन सभी एक्ट्रेस ने अपनी एक्टिंग से फिल्मी पर्दे पर कभी न मिटने वाली छाप छोड़ी है। यही वजह थी कि उस दौर में इनकी बात भी मानी जाती थी और इनके किस्से भी खूब चर्चित होते थे।
ऐसा ही एक किस्सा, जूही चावला की जिंदगी से जुड़ा है जब उन्होंने 'डर' फिल्म के अपने के को-एक्टर सनी देओल के साथ किसिंग सीन करने से मना कर दिया था, फिल्म थी निर्माता सुनील दर्शन की 'लुटेरे'। इसके निर्देशक थे धर्मेश दर्शन।
इसके बारे में निर्माता सुनील दर्शन ने बॉलीवुड ठिकाना को दिए एक इंटरव्यू के दौरान बताया था, उन्होंने बताया था, "मैं इसे जूही चावला के करियर की सबसे कम चर्चित फिल्मों में से एक मानता हूं। मैंने उनकी दोनों शुरुआती फिल्मों, 'सल्तनत' (1986) और 'कयामत से कयामत तक' (1988) का डिस्ट्रीब्यूशन किया था। जूही चावला टैलेंटेड थीं, इसलिए हमने उन्हें फिल्म 'लुटेरे' में लेने का फैसला किया, लेकिन उन्होंने बताया कि, जूही फिल्म में अपने किरदार से थोड़ी अपसेट थीं क्योंकि ये किरदार एक अल्ट्रा मॉडर्न और बिंदास लकड़ी का रोल था।"
सुनील ने आगे कहा, 'दरअसल, फिल्म में एक बीच सॉन्ग था, जिसमें जूही को सिर्फ एक शर्ट पहनकर भीगना था, गाना था 'मैं तेरी रानी तू राजा'। इसलिए उन्हें झिझक थी। ये वो दौर था जब दिव्या भारती भी उभर रही थीं वो इस फिल्म को करने के लिए बहुत उत्साहित थीं, लेकिन धर्मेश और मुझे लगा कि वो इस रोल के लिए फिट नहीं बैठेंगी इसलिए हम दोनों के दिमाग में जूही का नाम आया और वो फिल्म का हिस्सा बन गईं।'
हालांकि, जूही चावला की इमेज उस दौर में सिंपल और साधारण लड़की थी इसलिए उन्हें 'लुटेरे' में एक बोल्ड लड़की के तौर पर पेश करना थोड़ा मुश्किल था। फिल्म के एक सीन को लेकर वो मुश्किल आई भी, जिसको याद करते हुए सुनील दर्शन ने बताया, 'जूही इस रोल को करने के लिए तैयार तो हो गईं लेकिन वो थोड़ी उलझन में थीं। इसी के चलते एक दिन सेट पर जो हुआ उसे याद करके आज हंसी आती है। दरअसल, जब हमने उन्हें फिल्म की कहानी सुनाई और कॉन्ट्रैक्ट साइन कराया, तो उसमें जूही और सनी के बीच एक लिप-टू-लिप किसिंग सीन था। जब हमने पहली बार इस किसिंग सीन को शूट करने की कोशिश की, तो हमने इसे आखिरी में शूट करने का फैसला लिया और हमने देखा कि शूटिंग वाले दिन जूही सेट से गायब हैं।'
सुनील ने बताया कि, 'जूही सेट से किसिंग सीन की वजह से गायब थीं और वो उदयपुर में एक और फिल्म की शूटिंग का बहाना बना रही थी। मगर, मैंने उन्हें जोर देकर कहा कि वो शूटिंग बाद में करें क्योंकि ये उनके बीच की रुकावटों की दीवार को गिराने के लिए जरूरी था। उन्होंने दावा किया कि किसिंग सीन कहानी का अहम हिस्सा था न कि सिर्फ सनसनी फैलाने के लिए रखा गया था।'
सुनील ने धर्मेश को सुझाव दिया, किसिंग सीन को एक टाइम में कई कैमरों से शूट किया जाए ताकि हमें कोई टेक मिल जाए। सीन खत्म होते ही जूही ने एक गाउन पहना और वापस चली गईं, लेकिन मेकर्स को लगा कि सीन रीटेक होना चाहिए। इसलिए सुनील ने जूही को ये बात बताई तो जूही ने कहा कि, 'दर्शन जी, कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक मुझे एक किस करना था, मैं वो कर चुकी हूं।'
सुनील ने कहा, 'आज ये वाक्या बचपना सा लगता है। हालांकि, हमने कभी रीटेक नहीं किया और उसी शॉट को फाइनल रखा। ये जूही के करियर की बेहतरीन फिल्में से एक थी, जिसकी कहानी उन्हीं के इर्द-गिर्द घूमती है। उस समय एक नायिका-केंद्रित फिल्म होना, जिसमें एक नायक भी हो, बहुत बड़ी बात थी।'
आपको बता दें, हाल ही में 28 नवंबर को जूही चावला की फिल्म 'सन्नाटा: द साइलेंस' (Sanatta: The Silence) रिलीज हुई है, जिसमें 'नेहा धूपिया', 'कुणाल कपूर' और 'शरद केलकर' भी हैं। फिल्म के निर्देशक 'तलत जानी' हैं।