Champions Trophy 2025: 19 फरवरी से पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करने के लिए तैयार है। इससे पहले PCB ने आखिरी आईसीसी इवेंट की मेजबानी 1996 में की थी।
Champions Trophy 2025: 28 सालों के बाद पाकिस्तान को कोई आईसीसी इवेंट की मेजबानी मिली है। आखिरी बार 1996 में आईसीसी वनडे क्रिकेट वर्ल्डकप की मेजबानी करने वाला पाकिस्तान इस बार मिले मौके को जाया नहीं जाने देना चाहता है। इसके बाद स्टेडियम में दिन रात मजदूर काम कर रहे हैं। 31 जनवरी तक पाकिस्तान को स्टेडियम तैयार कर आईसीसी को सौंपनी है, जो थोड़ा मुश्किल लग रहा है। हालांकि पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी खेलने आ रही टीमों की सबसे बड़ी चिंता स्टेडियम की तैयारी से ज्यादा सुरक्षा रहेगी। पाकिस्तान का इतिहास ही ऐसा रहा है कि बल्लेबाज को बल्लेबाजी के दौरान गेंदबाज से ज्यादा ब्लास्ट होने का डर शता रहा होगा। पाकिस्तान में क्रिकेट मैच और ब्लास्ट के इतिहास पर नजर डालेंगे तो हर कोई BCCI के फैसले की तारीफ करेगा।
पाकिस्तान सुपर लीग के 2023 सीजन के दौरान जब बाबर आजम और शाहिद अफरीदी की टीमें एक प्रदर्शनी मैच के लिए मैदान पर उतरने वाली थीं, तभी स्टेडियम के पास एक धमाका हुआ, जिसके बाद सभी खिलाड़ियों को ड्रेसिंग रूम में सुरक्षित भेज दिय गया था। इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी तारीक-ए-तालिबान नाम के एक संगठन ने ली थी। हालांकि ब्लास्ट का नेचर क्या था, पता नहीं चल पाया था।
न्यूजीलैंड ने सुरक्षा का हवाला देते हुए 2021 में पाकिस्तान का क्रिकेट दौरा रद्द कर दिया था। 18 साल के बाद न्यूजीलैंड की टीम पाकिस्तान में सीरीज खेलने के लिए जा रही थी। न्यूजीलैंड क्रिकेट ने कहा था कि उसे अपनी सरकार से सुरक्षा अलर्ट मिला है और उसने रावलपिंडी में पहले वनडे मैच की निर्धारित शुरुआत से कुछ पल पहले दौरे को रद्द करने का फैसला किया। दोनों टीमें अपने होटल में ही रुकी रहीं।
साल 2009 में श्रीलंकाई टीम पर हुए आतंकवादी हमले को शायद ही कोई भूल पाएगा। ये हादसा भी पाकिस्तान में ही हुआ था, जब लाहौर के गद्दाफी क्रिकेट स्टेडियम के करीब आतंकवादियों ने टीम बस पर हमला कर दिया था और श्रीलंका के 6 क्रिकेटर घायल हो गए थे। इस हादसे ने दुनिया को हिलाकर रख दिया था। इसके बाद पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय ही बंद हो गया था। हादसे में खिलाड़ियों की जान बच गई लेकिन 6 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इसके बाद मैच रद्द कर दिया गया और 8 श्रीलंका की टीम तुरंत वापस लौट गई। एक रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका के 2 सपॉर्ट स्टाफ को गंभीर चोट आई थीं। एक रिजर्व अंपायर भी हमले में घायल हो गए थे। एक गोली तो तत्कालीन कप्तान महेला जयवर्धने के घुटने को छूते हुए निकली थी। कुमार संगकारा के कंधे पर भी एक छर्रा लगा, थिलन समरवीरा के भी पैर में गोली लगी। सबसे गंभीर चोट थरंगा परनाविथाना के सीने पर लगी थी।
न्यूजीलैंड की टीम जब साल 2002 में पाकिस्तान दौरे पर आई थी तो उसे बिना खेले वापस देश लौटना पड़ा था। न्यूजीलैंड क्रिकेट ने पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया था और खिलाड़ी कराची होटल के बाहर हुए बम विस्फोट के बाद अपने देश लौट गए थे। उस ब्लास्ट में 11 लोगों की मौत हुई थी। बीस लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर भी सामने आई थी। ये ब्लास्ट तब हुआ था जब टीम मैदान पर जाने से लगभग 15 मिनट दूर थी। पाकिस्तान और ब्लास्ट का नाता काफी पुराना है और यही वजह है कि भारत ने पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने से साफ मना कर दिया।