Amla Khane Ke Nuksan: विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर और मिनरल्स से भरपूर आंवला को सर्दियों का सुपरफूड माना जाता है, क्योंकि यह सर्दियों में इम्यूनिटी को मजबूत रखता है। लेकिन अधिक सेवन से नुकसान भी हो सकता है। आइए जानते हैं...
Amla Khane Ke Nuksan: सर्दियों में आंवला को इम्युनिटी बढ़ाने और शरीर को अंदर से मजबूत करने वाला सुपरफूड माना जाता है। विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर से भरपूर आंवला त्वचा, बाल और पाचन के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन अक्सर लोग इसे “जितना ज्यादा, उतना बेहतर” समझकर जरूरत से ज्यादा खाने लगते हैं। यहीं से फायदे की जगह नुकसान (Side Effects Of Eating Too Much Amla)शुरू हो सकते हैं। आइए, इस आर्टिकल में विस्तार से बताते हैं इसके बारे में।
आंवला विटामिन C का बेहतरीन स्रोत है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा पेट में एसिड बढ़ा सकती है। ज्यादा आंवला खाने से सीने में जलन, खट्टे डकार, गैस, अपच और पेट फूलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जिन लोगों को पहले से एसिडिटी की शिकायत रहती है, उन्हें खासतौर पर सतर्क रहना चाहिए।
आंवले में मौजूद फाइबर पाचन के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन जब इसका सेवन जरूरत से ज्यादा किया जाए और साथ में पर्याप्त पानी न पिया जाए, तो कब्ज की दिक्कत हो सकती है। फाइबर तभी लाभ देता है जब शरीर को भरपूर हाइड्रेशन मिले।
कुछ मामलों में आंवला शरीर से पानी की मात्रा को कम कर सकता है। ज्यादा आंवला खाने पर बार-बार पेशाब आना या शरीर में पानी की कमी महसूस होना डिहाइड्रेशन की ओर इशारा करता है। इसलिए आंवला खाने के बाद पानी पीना बेहद जरूरी है।
आंवला ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए इसकी अधिक मात्रा नुकसानदायक हो सकती है। ज्यादा सेवन से शुगर लेवल अचानक बहुत नीचे गिर सकता है, जिससे चक्कर, कमजोरी और घबराहट जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। ऐसे लोगों को डॉक्टर की सलाह से ही आंवला शामिल करना चाहिए।
हर किसी की त्वचा की प्रकृति अलग होती है। कुछ लोगों में ज्यादा आंवला खाने से त्वचा रूखी हो सकती है या एलर्जी की समस्या हो सकती है। खुजली, रैशेज या सूजन जैसे लक्षण दिखें तो आंवले का सेवन तुरंत कम कर देना चाहिए।
आंवले का रस काफी एसिडिक होता है, जो दांतों की ऊपरी परत यानी इनेमल को कमजोर कर सकता है। इससे दांतों में पीलापन और संवेदनशीलता बढ़ सकती है। आंवला खाने या उसका जूस पीने के बाद मुंह कुल्ला करना जरूरी है।
गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान आंवले का सेवन बिना सलाह के नहीं करना चाहिए। कुछ मामलों में यह गर्भाशय को उत्तेजित कर सकता है, जिससे जटिलताएं बढ़ सकती हैं। ऐसे समय में डॉक्टर की राय सबसे जरूरी होती है।
अगर आपकी कोई सर्जरी होने वाली है, तो आंवले से दूरी बनाना बेहतर है। आंवला खून को पतला कर सकता है, जिससे ऑपरेशन के दौरान या बाद में ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है।
किडनी या लिवर से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को आंवले का अधिक सेवन नुकसान पहुंचा सकता है। जरूरत से ज्यादा आंवला इन अंगों पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है।