Horror-Thriller Film Chhorii 2: नुसरत भरुचा और सोहा अली खान की हॉरर फिल्म 'छोरी 2' प्राइम वीडियो पर आपको देखने को मिलेगी। इस हॉरर थ्रिलर फिल्म में आपको मां और बेटी के प्यार और बलिदान की कहानी देखने को मिलेगी।
Horror-Thriller Film Chhorii 2: बॉलीवुड में हर साल कई तरह की कॉमेडी, रोमांटिक, एक्शन, सस्पेंस फिल्में बनती हैं। अगर बात की जाए हॉरर फिल्मों की तो बॉलीवुड में कई हॉरर फिल्में बनी हैं। इनमें 'बंद दरवाजा', 'पुराना मंदिर', 'वीरना', 'बीस साल बाद', 'शैतान', 'भूल-भुलैया' जैसी फिल्मों के नाम शामिल हैं। 80-90 का दशक हो या आज का दौर ये फिल्में ऑडियंस को डराने में सफल हुई हैं। आज भी हम एक ऐसी ही हॉरर थ्रिलर फिल्म की बात करने जा रहे हैं जिसमें मां-बेटी के प्यार और ममता की दरदाक लेकिन डरावनी कहानी। इस फिल्म का नाम है 'छोरी 2’। फिल्म की कहानी देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
विशाल फुरिया के डायरेक्शन में बनी फिल्म 'छोरी 2' में नुसरत भरुचा और सोहा अली खान लीड रोल में हैं। इसने अलावा इसमें हार्दिका शर्मा और गश्मीर महाजनी ने भी अहम भूमिका निभाई है। फिल्म की कहानी में एक मां का बेटी के लिए प्यार और उसकी रक्षा करने के लिए किसी भी हद तक जाना दिखाया गया है।
आपको बता दें कि साल 2021 में फिल्म का फर्स्ट पार्ट 'छोरी' रिलीज हुआ था। वो भी हॉरर थ्रिलर थी। अब इस साल अप्रैल महीने में ‘छोरी 2’ प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई। जिसमें इसके पहले पार्ट की आगे की कहानी दिखाई गई है। दोनों फिल्मों की कहानियां एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। ‘छोरी 2’ की कहानी 'छोरी' में दिखाई गई घटनाओं के सात साल बाद से शुरू होती है। फिल्म में नुसरत जो साक्षी का किरदार निभा रहीं हैं अपनी 7 साल की बेटी ईशानी और अपने करीबी दोस्त इंस्पेक्टर समर के साथ रहती है। साक्षी की बेटी ईशानी को एक गंभीर बीमारी होती है, जिस कारण से वो धूप में नहीं जा सकती है। इसलिए साक्षी अपनी की रक्षा करने के लिए उसकी परछाई बन जाती है ताकि ईशानी को किसी भी तरह की परेशानी ना हो।
जैसे-जैसे समय बीतता है फिल्म की कहानी और रोमांचक होती जाती है। कहानी में नया मोड़ तो तब आता है जब साक्षी के पति राजबीर के गांव के लोग ईशानी को किडनैप कर लेते हैं और जबरन उसकी शादी करवाने की कोशिश करते हैं। वो गांव पहले से ही शापित होता है। मगर बेटी को बचाने के लिए साक्षी और समर एक बार फिर उस गांव में जाते हैं। इस गाँव के लोग आज भी अन्धविश्वास और दकियानूसी परम्पराओं को मानते हैं। उसी गांव में एक रूप बदलने वाली महिला बूढ़ी औरत (सोहा अली खान) मिलती है, जो बहुत ही खतरनाक होती है। गांव के लोगों की रूढ़िवादी सोच और बुजुर्गों का हर हालत में सामना करके कैसे साक्षी खुद की कुर्बानी देकर अपनी बेटी को उन लोगों के चंगुल से आजाद कराती है। और इस सबके बीच क्या-क्या विचित्र घटनाएं होती हैं। ये तो आपको फिल्म देख कर ही पता चलेगा।
इस फिल्म को आप प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं। फिल्म से आपको एक झकझोर देने वाली बात भी पता चलेगी कि कैसे आज भी लड़कियों के प्रति लोगों की सोच कितनी छोटी है। समाज की छोटी सोच आज भी किस तरह से लड़कियों हर कदम पर रोकने की कोशिश करती है।